जी-20 को देखते हुए सेब पर लगने वाली 20 फीसद कस्टम ड्यूटी खत्म करने का केंद्र सरकार का फ़ैसला बिना ये सोचे लिया गया कि अपने लोगो पर इसका क्या असर पड़ेगा: फारुख अब्दुल्लाह
ईदुल अमीन
डेस्क: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्लाह ने केंद्र सरकार द्वारा सेब पर लगने वाला 20 फीसद कस्टम ड्यूटी हटाने के फैसले की आलोचना करते हुवे कहा है कि जम्मू-कश्मीर की मुख्य आर्थिक फ़सल सेब है। ऐसे में केंद्र सरकार के इस क़दम का नकरात्मक असर पड़ने की संभावना है। बताते चले कि भारत सरकार ने अमेरिका को निर्यात होने वाले सेब पर लगने वाली 20 फ़ीसदी कस्टम ड्यूटी हटाने का फ़ैसला लिया है। इस फ़ैसले की अधिसूचना भारत सरकार ने जी-20 से पहले पांच सितंबर को जारी की थी।
नेशनल कॉन्फ़्रेंस के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने कहा है, ‘जी-20 को देखते हुए जब ये छूट देने का फ़ैसला लिया गया, तो ये नहीं सोचा गया कि अपने लोगों पर इसका क्या असर पड़ेगा। पहले से परेशान लोगों की और परेशानी बढ़ाई जा रही है।’ उन्होंने एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘जब जी-20 के दौरान रियायतों की घोषणा की गई तो ये नहीं सोचा गया कि इसका हमारी अर्थव्यवस्था पर क्या असर होगा।’
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उन्होंने कहा कि ‘इसका असर सिर्फ़ जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड पर भी पड़ेगा। हम सेब उगाते हैं। सेब और अखरोट हमारी अर्थव्यवस्था का सबसे अहम हिस्सा है। अमेरिका को खुश करने के लिए अपने उत्पादकों को ख़त्म करना चाहते हैं। मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि वह ऐसा कोई कदम न उठाए जिससे यहां पहले से मौजूद गरीबी और बढ़ जाए और हम एक और संकट में फँस जाएं। अगर वे लोगों के लिए इसे आसान नहीं बनाते हैं, तो हम सड़क पर उतरेंगे और विरोध करेंगे।’