कनाडा-भारत राजनयिक विवाद पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा ‘आरोप गम्भीर है, भारत को जाँच में सहयोग करना चाहिए’
शाहीन बनारसी
डेस्क: कनाडा और भारत के बीच चल रहे राजनयिक विवाद पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड ने कहा है कि कनाडा की ओर से भारत पर लगाया गए आरोप की जांच होनी चाहिए, उम्मीद है कि भारत जांच में सहयोग देगा। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की हिंदुस्तानी भाषा की प्रवक्ता मैकलियोड ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का आरोप बेहद संजीदा और तफ़्तीशनाक है।
सबसे महत्वपूर्ण है कि मुजरिम न्याय का सामना करें। हमें उम्मीद है कि भारत इस जांच में कनाडा का सहयोग करेगा। हम कनाडा और भारत दोनों की ही बात सुनेंगे। दोनों हमारे क़रीबी साथी हैं। हर देश के साथ हमारे अलग-अलग रिश्ते हैं।’ उन्होंने कहा कि ‘तफ़्तीश जारी है तो मैं और तफ़्सील से इस पर बात नहीं करूंगी। सबसे ज़रूरी है कि जांच ठीक से आगे बढ़े और मुजरिम न्याय का सामना करे।’
इससे पहले व्हाइट हाउस के नेशनल सिक्योरिटी के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि ट्रूडो के आरोप ‘बेहद गंभीर’ हैं और अमेरिका कनाडा की इस मामले में जांच का समर्थन करता है। उन्होंने भारत से जांच में सहयोग करने की अपील की थी। बीते सोमवार को हाउस ऑफ़ कॉमन्स में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार पर आरोप लगाया था.
उन्होंने आरोप लगाते हुवे कहा था कि ‘हमारे पास ठोस सबूत है जिसके आधार पर ये सामने आया है कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत के एजेंटों का हाथ हो सकता है। कनाडा की धरती पर किसी कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी विदेशी सरकार की संलिप्तता हमारी संप्रभुता का अस्वीकार्य उल्लंघन है।’ भारत ने इन आरोपों को पूरी तरह ख़रिज किया है और कहा है कि ये आरोप ‘बेतुके’ और ‘प्रेरित’ हैं।