पूर्व अमेरिकन राष्ट्रपति ट्रम्प को अदालत ने कहा ‘रियल स्टेट कारोबार में कई सालो तक धोखाधड़ी किया, जिससे वह फेमस हुवे और अमेरिका के राष्ट्रपति बने’
संजय ठाकुर
डेस्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ धोखाधड़ी के एक मामले की कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि ट्रंप ने रियल एस्टेट कारोबार खड़ा करते वक्त कई सालों तक धोखाधड़ी की जिसके चलते वह काफी फेमस हुए। इसी वजह से वह अमेरिका के राष्ट्रपति भी बने। जस्टिस आर्थर एंगोरोन ने न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स द्वारा दायर याचिका की सुनवाई करते वक्त ये टिप्पणी की।
कोर्ट ने कहा कि सबूतों के आधार पर कहा जा सकता है कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी कंपनी ने अपनी संपत्तियों के दाम बड़े पैमाने पर कई गुना बढ़ा-चढ़ाकर बताए और सौदे किए। कोर्ट ने कहा कि ट्रंप ने बैंकों, बीमाकर्ताओं और अन्य लोगों को धोखा दिया। जस्टिस एंगोरोन ने आदेश दिया कि सजा के तौर पर ट्रंप के कई कारोबार के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएं, ताकि उनके लिए न्यूयॉर्क में व्यापार करना मुश्किल या असंभव हो जाएगा।
साथ ही कहा कि वह ट्रंप ग्रुप के संचालन की देखरेख के लिए एक स्वतंत्र मॉनिटर रखना जारी रखेंगे। वहीं, ट्रंप की वकील और प्रवक्ता अलीना हब्बा ने कहा कि वे इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगी। उन्होंने इस फैसले को कानूनी प्रणाली का अपमान और हर स्तर पर मौलिक रूप से गलत बताया है। ट्रंप लंबे समय से इस बात पर जोर देते रहे हैं कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है।
उनके बेटे एरिक ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कोर्ट के इस फैसले की आलोचना की। साथ ही कहा कि ये फैसला मेरे पिता को बर्बाद करने और उन्हें न्यूयॉर्क से बाहर निकालने का प्रयास है। एरिक ट्रंप ने कहा कि आज मैंने न्यूयॉर्क की कानूनी व्यवस्था में पूरा विश्वास खो दिया है, मैंने पहले कभी किसी न्यायाधीश में एक व्यक्ति के प्रति इतनी नफरत नहीं देखी। उन्होंने एक व्यक्ति के जीवन, कंपनी और उपलब्धियों को बर्बाद करने के लिए अटॉर्नी जनरल के साथ ऐसा कदम उठाया है।