आज है गणेश चतुर्थी, जाने शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
बापुनंदन मिश्रा
डेस्क: हिंदू धर्म में भगवान गणेश की उपासना का विशेष महत्व है। विघ्नहर्ता भगवान गणेश प्रथम पूजनीय देवता हैं। मान्यता है कि भगवान गणेश की उपासना करने से सुख-समृद्धि, बुद्धि व बल आदि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्मोत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
इस दिन को गणेश चतुर्थी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन लोग गणपति को ढोल-नगाड़ों के साथ लाते हैं और उन्हें स्थापित करने के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन उन्हें विदा किया जाता है। लेकिन इस साल गणेश चतुर्थी की डेट को लेकर लोगों के बीच कंफ्यूजन है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से प्रारंभ होगी और 19 सितंबर को दोपहर 01 बडकर 43 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि मान्य होने के कारण इस साल गणेश चतुर्थी का पावन पर्व 19 सितंबर 2023, मंगलवार को मनाया जाएगा। इस दिन रवि योग का भी शुभ संयोग बन रहा है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, 19 सितंबर का दिन गणेश स्थापना के लिए अत्यंत शुभ माना जा रहा है। 19 सितंबर को गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 01 मिनट से दोपहर 01 बजकर 28 मिनट तक है।
ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न काल के दौरान हुआ था इसीलिए दोपहर के समय को गणेश पूजा के लिये ज्यादा शुभ माना जाता है। हिंदू दिन के विभाजन के अनुसार मध्याह्न काल, अंग्रेजी समय के अनुसार दोपहर के समान होता है। मध्याह्न मुहूर्त में, भक्त-लोग पूरे विधि-विधान से गणेश पूजा करते हैं जिसे षोडशोपचार गणपति पूजा भी कहा जाता है।
गणेश मूर्ति स्थापना विधि
सबसे पहले चौकी पर गंगाजल छिड़कें और इसे शुद्ध कर लें। इसके बाद चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उस पर अक्षत रखें। भगवान श्रीगणेश की मूर्ति को चौकी पर स्थापित करें। अब भगवान गणेश को स्नान कराएं और गंगाजल छिड़कें।
मूर्ति के दोनों ओर रिद्धि-सिद्धि के रूप में एक-एक सुपारी रखें। भगवान गणेश की मूर्ति के दाईं ओर जल से भरा कलश रखें। हाथ में अक्षत और फूल लेकर गणपति बप्पा का ध्यान करें। गणेश जी के मंत्र ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें।
गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्र-दर्शन वर्ज्य होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन चन्द्र के दर्शन करने से मिथ्या दोष अथवा मिथ्या कलंक लगता है जिसकी वजह से दर्शनार्थी को चोरी का झूठा आरोप सहना पड़ता है। हर साल गणेशोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाता है। इस साल गणेश उत्सव का समापन 28 सितंबर 2023, गुरुवार को होगा। इस दिन ही देशभर में गणेश विसर्जन किया जाएगा।