वाराणसी: मुस्तैद रही पुलिस, मुकम्मल हुआ साठे के जुलूस
ए0 जावेद
वाराणसी: किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मुस्तैद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस ने पूरी सुरक्षा व्यवस्था के बीच साठे का जुलूस मुकम्मल करवाया। इस दरमियान एसीपी दशाश्वमेघ के नेतृत्व में इस्पेक्टर चौक शिवाकांत मिश्रा, इस्पेक्टर चेतगंज वेद प्रकाश राय अपने दल बल के साथ जुलूस को मुकम्मल करवाने में मशगुल रहे।
कदीमी तरीकत से साठे का जुलुस निकल कर दरगाह-ए-फातमान पहुच मुकम्मल हुआ, ‘आई ज़हरा की सदा, ऐ हुसैन अलविदा’, की सदा से पूरा शहर गूंज रहा था। पूरे मुल्क के आलम-ए-इस्लाम द्वारा आज साठा पूरी अकीदत के साथ मनाया जा रहा है। गम-ए-शहादत-ए-हुसैन का आज आखरी दिन है। इस मौके पर सभी जगहों पर अलम के जुलूस निकले और गम-ए-हुसैन में मातम तथा नौहा ख्वानी हुई।
इस क्रम में वाराणसी के दालमंडी स्थित पुरानी अदालत के ‘शब्बीर-ओ-शब्दर इमामबाड़े से एक आलिशान जुलूस निकला जो समाचार प्रकाशन तक दरगाह-ए-फातमान पहुच चूका है। फातमान में जुलूस पहुचने पर नौहाख्वानी और मातम का सिलसिला जारी है। हर सु सदा ‘ए हुसैन अलविदा’ आ रही है। जहा सिक्कड़ और चाकुओ से भी मातम हो रहा है।
अंजुमन हैदरी, इमाम बाड़ा शब्बीर-ओ-शब्दर से निकला यह साठे का जुलुस दालमंडी, नई सड़क, शेख सलीम फाटक, काली महल और पितृकुण्ड होते हुए दरगाह-ए-फातमान पहुंचा। जुलुस में अंजुमन जव्वादिया की जानिब से मौलाना सय्यद युसूफ मसदी ने पितृकुंड पर लगे मंच पर तक़रीर किया और शहादत-ए-हुसैन का ज़िक्र किया। जुलुस में हुसैन के अज़ादार सिक्कड़ का मातम करते हुए दरगाह-ए-फातमान पहुंचे। दालमंडी से लेकर जुलुस गुजरने वाले हर रास्तो पर सबील चली। सबील में नन्हे अज़ादार लोगो को पानी पिलाते नज़र आये।