महाराष्ट्र में आदिवासी महिला को निर्वस्त्र सड़क पर दौड़ाने का वायरल वीडियो प्रकरण में भाजपा विधायक की पत्नी पर आरोप के बाद विपक्ष हुआ हमलावर, बोली शिवसेना ‘महाराष्ट्र बन रहा मणिपुर’, पढ़े क्या है पूरा मामला
शाहीन बनारसी (इनपुट: सायरा शेख)
डेस्क: महाराष्ट्र के बीड जिले से वायरल एक वीडियो जिसमें एक महिला सड़क पर बिना कपड़ों के दौड़ती दिख रही है, प्रकरण में आरोपों के घेरे में भाजपा विधायक की पत्नी का नाम आने के बाद से अब सियासी सरगर्मी और तेज़ हो गई है और विपक्ष हमलावर हो गया है। इस मामले में शिवसेना उद्धव गुट ने कहा है कि ‘महाराष्ट्र भी मणिपुर बन रहा है।’ वही भाजपा विधायक ने अपनी पत्नी का बचाव करते हुवे कहा है कि पुलिस मामले में निष्पक्ष जाँच करे।
प्राप्त जानकारी और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़ित महिला आदिवासी है और उसके साथ मारपीट भी की गई है। इस सब का आरोप लगा है स्थानीय भाजपा विधायक सुरेश धस की पत्नी प्राजक्ता सुरेश धस पर लगा है। पीड़ित आदिवासी महिला का कहना है कि प्राजक्ता सुरेश धस उसकी पुश्तैनी जमीन हड़पना चाहती हैं। इसलिए वो उसे लगातार परेशान कर रही हैं। पीड़ित महिला ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि रविवार (15 अक्टूबर) को विधायक की पत्नी से जुड़े कुछ लोग उनके खेत पर आए और उनकी पिटाई करने लगे।
पीडिता ने मीडिया को बताया कि ‘इस दौरान वो भी उन लोगों से भिड़ गईं। आरोपियों ने उनके कपड़े फाड़ दिए। जब विरोध ज्यादा बढ़ा तो आरोपी वहां से भागने लगे। इस दौरान पीड़िता बिना कपड़ों के ही सड़क पर दौड़कर उनका पीछा करने लगी। आदिवासी महिला ने मामले में प्राजक्ता सहित तीन लोगों के ऊपर शिकायत दर्ज कराई है। घटना बीड के वालुंज इलाके की है। पुलिस ने इस घटना के सम्बन्ध में बताया है कि कि खेती के विवाद के कारण ये घटना हुई है।
पुलिस के बयानों को आधार माने तो उनके मुताबिक पीड़ित महिला अपने खेत में मक्का की फसल काट रही थी, उसी समय दो लोग वहां आए और महिला से गाली-गलौज करने लगे। उन्हें निर्वस्त्र करने की कोशिश की, उनके साथ छेड़छाड़ की। पुलिस का कहना है कि इस दौरान एक महिला भी आरोपियों के साथ आई थी और उनको ऐसा करने के लिए उकसा रही थी। झड़प के दौरान जब आरोपियों को पकड़ने के लिए पीड़ित महिला उनके पीछे भागी तो उसकी बहू ने वीडियो बना लिया। पुलिस ने इस मामले में महिला को आरोपियों के द्वारा निर्वस्त्र किये जाने की घटना पर कुछ साफ़ बयान नही दिया है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में प्राजक्ता सुरेश धस, राहुल जगदाले और रघु पवार के खिलाफ धारा 354, 354B, 323, 504, 506, 354A, 34 और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच डिप्टी एसपी करेंगे। वे उस वीडियो की सत्यता की जांच करेंगे और बाकी जांच करेंगे। पुलिस ने किसी भी गिरफ़्तारी की पुष्टि नही किया है। वही इस मामले में सियासत तेज़ हो गई है और वीडियो वायरल होने के बाद से विपक्ष हमलावर हो गया है।
शिवसेना उद्धव गुट के नेता सुषमा अंधारे ने कहा है कि ‘आष्टी के वालुंज इलाके में जो घटना घटी है, वो बेहद घृणित और मानवता को शर्मसार करने वाली है। थाने में तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बीजेपी के MLA सुरेश धस की पत्नी का नाम उसमें शामिल है, इसलिए सवाल खड़ा हो गया है कि क्या उनकी गिरफ्तारी होगी? मेरा सवाल ये भी है कि क्या महाराष्ट्र मणिपुर बन रहा है? बार-बार कानून व्यवस्था यहां फेल हो जाती है।’
वही आरोपी महिला के विधायक पति ने अपनी पत्नी का बचाव किया है और घटना को साजिश बताते हुवे सभी आरोपों को खारिज किया है। आष्टी से भाजपा विधायक सुरेश धस के मुताबिक ये पूरा मामला ही झूठा है और वीडियो को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि ‘मैंने खुद स्थानीय पुलिस से अनुरोध किया है कि वीडियो की जांच फॉरेंसिक लैब में कराई जाए। मैं 25 साल से राजनीति में हूं, आदिवासी समाज के प्रति, दलित समाज के प्रति कैसे काम करता हूं, यह यहां के सभी लोग जानते हैं।’ विधायक ने ये भी कहा कि वो चाहते हैं कि पुलिस इस मामले की अच्छे से जांच करे और लोगों को सच बताए।