ईरान की इजराइल को फिर चेतावनी कहा ‘ग़ज़ा पर हमले नहीं रोके तो कभी भी कुछ भी हो सकता है’
अनुराग पाण्डेय
डेस्क: इसराइल द्वारा गज़ा पर जारी हवाई हमलो के बीच अब ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने साफ़ साफ़ इसराइल को चेतवानी देते हुवे कहा है कि उसने अगर गज़ा पर हमले नही रोके तो कभी भी कुछ भी हो सकता है। वही अमेरिका ने भी ईरान को चेतावनी दिया है कि इसराइल और हमास के बीच जारी संघर्ष को किसी भी तरीके का बढ़ावा न दे।
आज ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने तेहरान में इसराइल हमास जंग के बीच कहा कि ‘मैं अमेरिका और इसके परोक्ष नुमाइंदे इसराइल को चेतावनी देता हूं कि अगर ग़ज़ा में इंसानियत के ख़िलाफ़ किए जा रहे अपराध और नरसंहार को नहीं रोका गया तो कभी भी कुछ भी हो सकता है और क्षेत्र में हालात क़ाबू से बाहर हो जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि इसके ‘बेहद ख़राब, बुरे और दूरगामी परिणाम’ होंगे जिनका असर इस क्षेत्र पर भी होगा और उन पर भी जो जंग की वकालत कर रहे हैं।
अब्दुल्लाहियन ने कहा, ‘अमेरिकी सेना का इसराइल की मदद करना सबूत है कि ग़ज़ा में जारी संघर्ष अमेरिका की ओर से इसराइल द्वारा परोक्ष रूप से की जा रही जंग है।’ इससे पहले रविवार को इसराइल ने पड़ोस के सीरिया में, जहां ईरान की सेना की मौजूदगी है, दमिश्क और अलेप्पो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मिसाइल से हमला किया। सीरियाई सरकारी मीडिया के अनुसार इस हमले में कम से कम दो श्रमिकों की मौत हो गई। रनवे को नुक़सान पहुंचने के बाद दोनों हवाई अड्डों का इस्तेमाल बंद हो गया है।
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ईरान को चेतावनी दी है कि इसराइल और हमास के बीच जारी संघर्ष को किसी भी तरह से बढ़ावा न दे। संघर्ष का दायरा बढ़ने की आशंका जताते हुए उन्होंने कहा कि हिज़बुल्लाह या हमास जैसे ईरान के परोक्ष सहयोगी जंग को बढ़ा सकते हैं। लेबनान के चरमपंथी संगठन हिज़्बुल्लाह और दो हफ़्ते पहले इसराइल पर हमला करने वाले हमास, दोनों संगठनों को ईरान का समर्थन मिला हुआ है। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका हर संभव क़दम उठा रहा है ताकि इसराइली और अमेरिकी नागरिकों की रक्षा कर सकें।
दरअसल, हाल के दिनों में इराक़ में अमेरिका के नेतृत्व वाली गठबंधन सेनाओं के ठिकानों पर ड्रोन और रॉकेट से हमले हुए हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भी आगाह किया है कि अमेरिकी सैनिकों और नागरिकों पर हमलों की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। उन्होंने एबीसी नेटवर्क के ‘दिस वीक’ कार्यक्रम में कहा, ‘अगर कोई समूह या कोई देश इस संघर्ष का दायरा बढ़ाना चाहता है और इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति का फ़ायदा उठाना चाहता है तो उसे हमारी सलाह होगी- ऐसा मत करना।’