इजराइल ने गाजा पर किया अब तक का सबसे भीषण हवाई हमला, कहा अब सीमा सुरक्षित है, जमीनी हमला कर सकता है इजराइल
तारिक़ खान/फारुख हुसैन
डेस्क: बीती रात इजराइल ने गाजापट्टी पर इतिहास का सबसे भीषण हवाई हमला किया है। इजराइल ने अपने बयाना में कहा है कि फलिस्तिनियो से चल रहे 75 साल के संघर्ष में यह सबसे बड़ा हमला था और हमने गाजा सीमा पर नियंत्रण दुबारा हासिल कर लिया है। माना जा रहा है कि इजराइल का अगला कदम अब गाजापट्टी पर ज़मीनी हमले के रूप में होगा। जबकि हमास ने हर एक रिहायशी घर के बदले एक बंदी को मार देने की धमकी दिया है।
गौरतलब हो कि हमास ने इजराइल पर अपने हमले में 100 से अधिक इजराइली और अन्य नागरिको को बंदी बनाया था। हमास के हमले पर जवाब देते हुवे इजराइल के प्रधानमन्त्री नेतान्याहू ने कहा था कि इजराइल इसका बदला लेगा और हमास उसको याद रखेगा। बताते चले कि हमास के हमले में इसराइल की सड़को पर शव पड़े थे। जिसके बाद इजराइल ने हमास शासित गाजा पट्टी जहा कुल 23 लाख फलिस्तिनियो की आबादी है को पूरी तरह से घेर लिया है और गाजापट्टी पर हवाई हमले शुरू कर दिए है।
वही इज़रायली मीडिया ने कहा कि हमास के हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़ कर अब तक 900 पहुच चुकी है। यह हमला उस समय हुआ जब ज़्यादातर नागरिक अपने घरों में, सड़कों पर या किसी डांस पार्टी में थे। सैकड़ों इजरायलियों को बंधकों के रूप में गाजा ले जाया गया, कुछ को सड़कों पर घुमाया गया। वही दूसरी तरफ गाजा अधिकारियों के अनुसार, इजरायली हमलों में अब तक लगभग 700 गाजावासी मारे जा चुके हैं, जबकि गाजा के सभी जिले तबाह हो गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने अपने एक बयान में कहा है कि 180,000 गज़ावासी बेघर हो गए हैं, जिनमें से कई सड़कों पर या स्कूलों में छिपे हुए हैं। सुबह आसमान में धुंआ और आग की लपटें उठ रही थीं, जबकि सड़कों पर बमबारी के कारण अक्सर आपातकालीन कर्मचारियों के लिए हमले के स्थल तक पहुंचना असंभव हो जाता है। गाजा के खान यूनिस अस्पताल के मुर्दाघर में शवों को स्ट्रेचर पर और जमीन पर लिटाया गया है और उनके पेट पर उनके नाम लिखे हुए थे। विस्थापित परिवारों के लिए आपातकालीन आश्रय के रूप में उपयोग किए जाने के दौरान नगरपालिका की एक पूर्व इमारत पर हुए हमले में भारी हताहत हुए।
गाजा के तीन पत्रकार उस समय मारे गए जब एक इजरायली मिसाइल ने एक इमारत पर हमला किया जब वे बाहर रिपोर्टिंग कर रहे थे। इससे शनिवार से गाजा में मारे गए छह पत्रकारों की संख्या बढ़ गई। एक समय पर इजरायली सेना ने गाजा के नागरिकों को मिस्र भाग जाने की सलाह दी थी, लेकिन एक त्वरित स्पष्टीकरण जारी कर पुष्टि की कि क्रॉसिंग बंद थी और बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था। वही हमास द्वारा इज़राइल में, शनिवार को हुवे हमलों में मृतकों और लापता लोगों की अभी भी पूरी आधिकारिक गिनती नहीं हुई है। दक्षिणी शहर बेरी में, जहां से 100 से अधिक शव निकाले गए हैं, पीले रंग की बनियान और फेस मास्क पहने स्वयंसेवकों ने मृतकों को स्ट्रेचर पर घरों से बाहर निकाला।