जाने किस मामले में अदालत ने युट्यूब चैनल ‘अचूक संघर्ष’ के अमित मौर्या को भेजा जेल, जिसने ‘माँ दुर्गा’ पर किया था अभद्र बाते
अनुराग पाण्डेय
वाराणसी: नवरात्री में जहा भक्त माँ दुर्गा के भक्ति में झूम रहे थे। उसी दरमियान एक युट्यूबर अमित मौर्या ने माँ दुर्गा पर अभद्र टिप्पणी करते हुवे खुद का वीडियो शूट किया और उसको सोशल मीडिया पर वायरल किया। यह वीडियो देख वाराणसी ही नही बल्कि पुरे देश के आम जनमानस की भावना भड़क गई और जनता ने उसके घर से उसकी पिटाई करते हुवे शिवपुर पुलिस के गिलट बाज़ार पुलिस चौकी के हवाले कर दिया। कल लालपुर पाण्डेयपुर पुलिस ने अभियुक्त को अपने यहाँ दर्ज एक रंगदारी के मामले में कल मंगलवार को अदालत में पेश किया, जहा से न्यायिक अभिरक्षा में उसे जेल भेज दिया गया है।
मामले में बताया जाता है कि सोमवार को अमित मौर्या ने एक वीडियो रिकार्ड किया और लिंक बनाकर सोशल मीडिया के विभिन्न ग्रुपों में जारी कर दिया। देवी दुर्गा पर ऐसी अभद्र टिप्पणी देखकर लोग आक्रोशित हो गए। जिसके बाद लोगो का हुजूम राज राजेश्वरी नगर कालोनी रहने वाले अमित मौर्या के घर के बाहर लग गया। आक्रोशित लोग उसे खींचकर घर से बाहर लाए। इस दरमियान लोग अमित मौर्या की करते हुवे पुलिस चौकी गिलट बाज़ार लेकर गए और पुलिस के हवाले कर दिया।
शिवपुर पुलिस ने इस मामले में स्थानीय लोगो की तहरीर पर अमित मौर्या के खिलाफ 153(A) और 295 आईपीसी की धाराओं सहित 67 आईटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया है। राज राजेश्वरी नगर विकास समिति अध्यक्ष सुभाष चंद्र शर्मा और सचिव आनंद सिंह ने तहरीर में बताया कि अमित लगातार देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करता रहा है। सोमवार की दोपहर उसका एक वीडिया सोशल मीडिया वायरल हुआ। जिसमें मां दुर्गा के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहा था। पुलिस के दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
वही अमित मौर्या के पकडे जाने की जानकारी लालपुर पाण्डेयपुर पुलिस ने उसे अपनी सुपुर्दगी में ले लिया और अपने यहाँ दर्ज वसूली से सम्बन्धित शिकायत में गिरफ्तार कर कल मंगलवार को अदालत में पेश किया, जहा से अभियुक्त को अदालत ने जेल भेज दिया। आरोपी अमित मौर्या के खिलाफ लालपुर-पांडेयपुर थाने में रंगदारी, जबरन वसूली और धमकी देने के आरोप में केस दर्ज है। गत दिनों पांडेयपुर के हासिमपुर निवासी पूर्वांचल ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रमोद सिंह ने लालपुर-पांडेयपुर थाने में अमित मौर्या के खिलाफ रंगदारी, जबरन वसूली और धमकी देने का केस दर्ज कराया था। आरोप है कि अमित मौर्या ने भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त एआरटीओ आरएस यादव के केस में उन्हें गवाही और पैरवी न करने की धमकी दी थी। साथ ही एक लाख रुपये रंगदारी मांगी।