मणिपुर हिंसा: विरोध प्रदर्शन में शामिल राष्ट्रीय स्तर के वुशु खिलाड़ी सोइबाम का इलाज कर रहे चिकित्सको ने बताया ‘हमने अब तक 61 छर्रे निकले है, अभी और निकालना बाकि है’
शाहीन बनारसी
डेस्क: राष्ट्रीय स्तर के वुशू खिलाड़ी सोइबाम इस वक्त राज मेडिसिटी अस्पताल में ज़िन्दगी और मौत की जंग लड़ रहे है। वहां के चिकित्सको ने बताया है कि सोइबाम के सर से 61 छर्रे निकले गए है। अभी और निकाला जाना बाकी है। सोइबाम उन सैकड़ों छात्रों में से एक हैं जो राज्य की राजधानी में सुरक्षा बलों के साथ हिंसक झड़प में घायल हो गए हैं।
दरअसल हेमजीत और 17 साल के हिजाम (दोनों मैतेई छात्र) के शवों की तस्वीरें (दिनांक 8 जुलाई) सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद मणिपुर की राजधानी इंफआल छात्रों के विरोध प्रदर्शनों से हिल गई है। वे 6 जुलाई को लापता हो गए थे और उनका कोई पता नहीं चला। प्रदर्शनकारी छात्रों को नियंत्रित करने के लिए RAF मणिपुर पुलिस के साथ काम कर रही है।
आरोप है कि मणिपुर पुलिस के साथ आरएऍफ़ ने प्लेटलेट्स गन का इस्तेमाल किया। जिससे प्रदर्शनकारी कई छात्र घायल हो गये। यह कथित तौर पर पहली बार है कि मणिपुर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैलेट गन का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि, इसका उपयोग अतीत में जम्मू और कश्मीर में व्यापक रूप से किया गया।
द क्विंट ने सोइबाम का साक्षात्कार लिया है। उसने अपने बयान में द क्विंट से घटना का ज़िक्र करते हुवे कहा कि ‘विरोध के दिन, वह और अन्य लोग “भीड़ में शामिल थे।” उन्होंने कहा, “इसके बाद हम तीनों एक घर के परिसर में छुपे हुए थे। RAF ने गेट के बाहर से हम पर गोली चलाई।’ सुरक्षा बलों द्वारा ‘अत्यधिक बल’ के इस्तेमाल के आरोपों की रिपोर्टों पर संज्ञान लेते हुए, पुलिस महानिदेशक (मणिपुर) राजीव सिंह ने गुरुवार, 28 सितंबर को इसकी जांच के लिए एक समिति बनाने का आदेश जारी किया है।