न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों पर छापेमारी आजाद मीडिया पर हमला: कम्युनिस्ट फ्रंट
मो0 सलीम
वाराणसी: ‘न्यूज़क्लिक’ से जुड़े पत्रकारों व लेखकों अभिसार शर्मा, उर्मिलेश, भाषा सिंह, अनिंद्यो चक्रवर्ती, प्रबीर पुरकायस्थ, सोहेल हाशमी के घर पर छापे, लैपटॉप और मोबाइल फ़ोन की ज़ब्ती तथा दो पत्रकारों उर्मिलेश व अभिसार शर्मा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने की निंदा की है और तत्काल UAPA जैसे काले कानून को खत्म करने की मांग उठाई है।
वाराणसी इकाई के संयोजक सागर गुप्ता ने मोदी सरकार की इस कार्रवाई को पत्रकारों-लेखकों की आवाज़ को दबाने की कार्रवाई बताया है और कहा है कि ये सभी पत्रकार अपनी पत्रकारीय स्वतंत्रता, जनपक्षधर विवेक, और सरकार की ग़लत नीतियों के प्रति आलोचनात्मक रूख के लिए जाने जाते हैं, इसलिए ही हमला किया जा रहा है।
बैठक में रूपनारायण ने कहा कि मोदी सरकार जब से सत्ता में आयी है लगातार सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों-लेखकों-कलाकारों का दमन कर रही है। यह कार्रवाई उसी सिलसिले की एक और कड़ी है। जनता का विश्वास खो देने वाली मोदी सरकार की इस दमनात्मक करवाई के ख़िलाफ़ हम सबकों देशव्यापी प्रतिवाद के लिए सड़कों पर उतरना चाहिए।
वक्ताओं ने कहा कि UAPA जैसे काले कानून का ग़लत इस्तेमाल मोदी सरकार के दौर में कई गुना बढ़ गया जोकि लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए ख़तरनाक है ऐसे में इसे तत्काल खत्म करने की जरूरत है। बैठक में मुख्य रूप से सागर गुप्ता, साजिद अंसारी,ज़ुबैर अहमद, रूपनारायण पटेल, शशिकांत,सबलू भाई,आदि उपस्थित रहे।