कमज़ोर दिल वाले न देखे वीडियो: भीड़ का इन्साफ..?, पूर्व जिला पंचायत की हत्या का बदला लेने के लिए आरोपी सहित उसके परिवार के 5 लोगो का वहाशियाने तरीके से क़त्ल, महज़ 35 मिनट में 6 हत्याओं से दहला देवरिया
तारिक़ खान
डेस्क: जमीन के एक टुकड़े को लेकर हुई जंग मे छ: लोगो को मौत की नींद सुलाया; पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के बाद मृतक के परिजनों और करीबियों के द्वारा आरोपी पक्ष के एक घर मे घुसकर पति -पत्नि और तीन बच्चो का वहशियाना तरीके से क़त्ल कर दिया।
मामला देवरिया जिले में रुद्रपुर कोतवाली के फतेहपुर के लेहड़ा टोला का है जहा पर आज सोमवार की सुबह भूमि के विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उसके प्रतिशोध में उमड़ी भीड़ आरोपी पक्ष के सत्यप्रकाश दुबे के दरवाजे पर पहुंच गई। धारदार हथियार और असलहों से लेस लोगों ने पति-पत्नी, दो बेटी, एक बेटे को मार डाला। जबकि एक बेटा गंभीर रुप से घायल है।
अभयपुर टोला निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की एक जमीन लेहड़ा टोला निवासी सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे के पास है। जिसका विवाद काफी समय से दोनों पक्षों में चला आ रहा है। इसमें प्रेम ने धान की रोपाई कराई थी। इसी विवाद मे पहले प्रेम की हत्या हुई। फिर भीड़ ने फायरिंग करते हुए धारदार हथियार से सत्य प्रकाश की हत्या कर दी। भीड़ घर में घुस गई और उनकी पत्नी किरण, बेटी शलोनी (18), नंदनी (10), बेटा गांधी (15) और की हत्या कर दी। जबकि अनमोल (8) गंभीर रुप से घायल हो गया। घटना के बाद पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई। बवाल की सूचना पर कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
क्या है पूरा मामला ?
देवरिया के ग्राम पंचायत फतेहपुर के लेहड़ा टोला के रहने वाले साधु दुबे अपनी 10 बीघा भूमि गांव के दूसरे टोले के रहने वाले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव को बेचकर उसके घर पर ही रहते थे। इसका विरोध साधु के भाई सत्य प्रकाश दुबे कर रहे थे। उसी को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था यही विवाद आज छह लोगों की हत्या की वजह बन गई।
सबसे पहले पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव दूसरे टोले से अपनी बाइक से खेत देखते हुए सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचे थे। घर के दरवाजे पर दोनों पक्षों के बीच में विवाद होने लगा था। इस दौरान प्रेमचंद की हत्या कर दी गई। इसकी जानकारी प्रेमचंद यादव के घर के लोगों को हुई। तुरंत दूसरे टोले से उसके परिवार के लोग सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचे। इस दौरान हवाई फायरिंग की उसके बाद घर में घुस गए। घर में छिपे सत्य प्रकाश व उनके परिवार के एक- एक सदस्य को ढूंढकर ताबड़तोड़ धारदार हथियार से पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया।