गूंज उठा दशाश्वमेध घाट हर हर गंगे के महाजाप से , सुरसरि ने पहना दीपों का चंद्रहार, टिमटिमाते सितारों ने गंगा में की अठखेलिया
ए0 जावेद
वाराणसी। देव दीपावली पर काशी का दशाश्वमेध घाट देवताओं के स्वागत में ब्राम्हणों के श्लोक के साथ हर हर महादेव, हर-हर गंगे के महाजाप से गूंज उठा। वर्षों से चल रही परम्परा के अनुसार, दशाश्वमेध घाट पर नियमित आरती करने वाली संस्था गंगोत्री सेवा समिति के तत्वावधान में गंगा महारानी का पूजन-स्तवन संग दुग्धाभिषेक हुआ। तट पर सिंहासनारूढ़ गंगा महारानी की श्रृंगारिक प्रतिमा और उनकी अलौकिक आरती की निराली छवि निहारने को श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा था।
धार्मिंक अनुष्ठान का श्रीगणेश मंगलाचरण से हुआ। समिति के संस्थापक अध्यक्ष किशोरी रमण दूबे बाबू महाराज के संयोजन में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुमेरूपीठ शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सस्वती, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्रा, काशी के महापौर अशोक तिवारी, ए.के. खन्ना (अंचल प्रमुख, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया), एमएसआर. के, मूर्ति सहायक महाप्रबंधक (सीजीटीएमएसई), सैकत उपाध्याय एमएसएफ सी के बिरला ग्रुप), रितेश कुमार सिंह उपमहा प्रबंधक सिडबी, दुर्गेश सिंह क्षेत्रीय प्रबंधक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने मां गंगा का शास्त्रोक्त विधि से पूजन के क्रम में 108 लीटर दूध से अभिषेक किया।
समूचे घाट की आकर्षक सजावट के साथ ही मां गंगा की 108 किलो की अष्टधातु की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार 108 किलो फूल से किया गया, जिसमें विदेशी फूल संग देशी फूलों का भी समावेश रहा। इसी क्रम में 42 बेटियों के नेतृत्व में मां गंगा की महाआरती के साक्षी हजारों श्रद्धालुओं ने बेटियों के जन्म में सहायक और उनके सम्मान का संकल्प दुहराया। इस वर्ष के आयोजन में 21 बटुकों संग 42 रिद्धि-सिद्धि द्वारा गंगा महाआरती की गयी।
उत्सव यादगार बनाने के लिए कन्हैया दुबे के संयोजन में हुए सांस्कृतिक आयोजन में ख्यातिलब्ध गायक और अभिनेता दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी, अमलेश शुक्ला, प्रभुनाथ सिंह दाढ़ी संग तमाम गायकों ने गायकी के माध्यम से अपनी पुष्पांजलि अर्पित किया। दूसरी तरफ गंगोत्री सेवा समिति द्वारा केदार घाट के सीढ़ीओ पर भी आकर्षक सजावट संग पांच आरती सम्पन कराई गयी। आयोजन के अंत में राज्य पुलिस और पीएसी के शहीद हुए जवानों की याद में अश्विन पूर्णिमा से जल रही आकाशदीप का समापन करते हुए उनके नाम से दीपदान संग किया गया।
उत्सव को यादगार बनाने के लिए कन्हैया दुबे के संयोजन में हुए सांस्कृतिक आयोजन में ख्यातिलब्ध गायक और अभिनेता दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी, अमलेश शुक्ला, प्रभुनाथ सिंह दाढ़ी संग तमाम गायकों ने गायकी के माध्यम से अपनी पुष्पांजलि अर्पित की। दूसरी तरफ, गंगोत्री सेवा समिति द्वारा केदारघाट के सीढ़ियों पर भी आकर्षक सजावट संग पांच आरती सम्पन कराई गयी।
आयोजन के अंत में राज्य पुलिस और पीएसी के शहीद हुए जवानों की याद में अश्विन पूर्णिमा से जल रही आकाशदीप का समापन करते हुए उनके नाम से दीपदान किया गया। महाआयोजन में प्रमुख रूप से पं. किशोरी रमन दुबे बाबू महाराज, पं. दिनेश शंकर दुबे, कन्हैया त्रिपाठी, गंगेश्वर धर दुबे, शांतिलाल जैन, संजय शर्मा गुड्डू, संकठा प्रसाद, रामबोध सिंह आदि लोग समिति के तरफ से माता गंगा की महाआरती में शामिल थे।