भारत में अफ़ग़ानिस्तान का दूतावास और राजनयिक मिशन हुआ बंद
आदिल अहमद
डेस्क: भारत में अफ़ग़ानिस्तान के दूतावास और राजनयिक मिशन को स्थायी रूप से बंद किया जा रहा है। नई दिल्ली में अफ़ग़ानिस्तान के राजदूत फ़रीद मामुन्दज़ई ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी है। ये फ़ैसला तत्काल प्रभाव से लागू होगा। उन्होंने बयान जारी कर कहा, “ हमें ये बताते हुए दुख हो रहा है कि नई दिल्ली में अफ़ग़ानिस्तान का दूतावास और राजनयिक मिशन तत्काल प्रभाव से स्थायी तौर पर बंद किया जा रहा है।”
Press Statement
FOR IMMEDIATE RELEASE
Date: 24th November, 2023
The Embassy of the Islamic Republic of Afghanistan announces permanent closure in New Delhi.
The Embassy of the Islamic Republic of Afghanistan in New Delhi regrets to announce the permanent closure of its 1/6 pic.twitter.com/3WXSwWhJTu— Farid Mamundzay फरीद मामुन्दजई فرید ماموندزی (@FMamundzay) November 24, 2023
“हमें भारत सरकार की ओर से लगातार चुनौतियां मिल रही थीं। 30 सितंबर को हमने दूतावास का संचालन बंद किया था और उम्मीद थी कि भारत सरकार का रुख दूतावास को लेकर बदलेगा और अफ़ग़ानिस्तान इस्लामिक गणराज्य के पक्ष में होगा, लेकिन आठ सप्ताह के बाद भी राजनयिकों के वीज़ा की अवधि नहीं बढ़ी और ना ही भारत सरकार के रूख़ में कोई बदलाव आया। ऐसे में तालिबान और भारत सरकार से लगातार बढ़ रहे दबाव के बीच दूतावास को ये कठिन फ़ैसला लेना पड़ा।”
“साल 2001 से भारत अफ़ग़ानिस्तान गणराज्य का रणनीतिक साझेदार रहा है। हम समझते हैं कि भू-राजनीतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में संतुलन की नीति अपनाना ज़रूरी है और इसे लेकर भारत की अपनी सीमा और चिताएं हैं। इसलिए हम मानते हैं कि दूतावास को बंद करना और इसकी कस्टडी अभी के लिए होस्ट देश (भारत) को देना अफ़ग़ानिस्तान के हित में सबसे उचित फ़ैसला है।”
साल 2021 में तालिबान सत्ता में आया, इसके बाद अफ़ग़ानिस्तान का नाम अफ़ग़ानिस्तान इस्लामिक रिपब्लिक से बदल कर इस्लामिक अमीरात ऑफ़ अफ़ग़ानिस्तान कर दिया गया। भारत में जो दूतावास है वो अफ़ग़ानिस्तान की अशरफ़ गनी सरकार के अफ़ग़ानिस्तान इस्लामिक रिपब्लिक का है। लेकिन अब अफ़ग़ानिस्तान के हालात बदल गए हैं ऐसे में ये दूतावास बंद हो रहा है।