15 साल बाद मिला दिल्ली की टीवी पत्रकार सौम्य विश्वनाथन के मौत को इन्साफ, 4 हत्यारों को उम्र कैद और एक को तीन साल की सज़ा
आफताब फारुकी
डेस्क: टीवी पत्रकार सौम्य विश्वनाथन की मौत के 15 सालो के बाद आज उस क़त्ल के कुसुर्वारो को अदालत ने सज़ा सुनाते हुवे 4 को उम्र कैद और 1 अन्य को 3 साल की सजा मुक़र्रर किया है। यह सज़ा दिल्ली की साकेत कोर्ट ने आज शनिवार को सुनाई है। अदालत ने बीते 18 अक्टूबर को इन पांचों को दोषी करार दिया गया था, लेकिन सज़ा का एलान नहीं किया गया था।
जिन दोषियों को उम्रक़ैद की सज़ा दी गई है, वो हैं रवि कपूर, अमित शुक्ला, बलजीत मलिक, अजय कुमार। वहीं अजय सेठी को तीन साल की सज़ा दी गई है। सभी पांच दोषी 2009 से ही जेल में बंद हैं। सज़ा सुनाए जाने के बाद सौम्या विश्वनाथन की मां ने कहा है कि एक तरह से उनका परिवार भी उम्र क़ैद की सज़ा भुगत रहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, दिवंगत सौम्या विश्वनाथन की मां माधवी विश्वनाथन ने कहा, ‘एक तरह से, हम भी आजीवन कारावास भोग रहे हैं। संतुष्ट नहीं कह सकते, कह सकते हैं कि हां अच्छा हुआ, जो भी हुआ। बाक़ी लोगों को पता चलेगा कि ऐसे भी होता है, जो ऐसा करेंगे, उन्हें अपना करम भुगतना पड़ेगा।।। इससे समाज को एक मैसेज गया है और जाना चाहिए।’ उन्होंने न्याय मिलने में होने वाली देरी पर अपनी नाख़ुशी भी जताई।
बताते चले कि पत्रकार सौम्या विश्वनाथन की हत्या 2008 में दिल्ली के वसंत कुंज के नेल्सन मंडेला मार्ग पर गोली मार कर की गई थी। उनके सिर पर गोली मारी गई थी। दक्षिण दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में कार में उनकी बॉडी पाई गई थी। दिल्ली पुलिस का दावा था कि सौम्या की हत्या के पीछे लूट की मंशा थी। पुलिस के मुताबिक़ इस मामले में तब ठोस सुराग लगा, जब एक अन्य मामले में आईटी एक्ज़ीक्युटिव जिगीषा घोष की हत्या में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी हुई।
घटना के क्रम में बताया जाता है कि घटना की रात सौम्या स्वामीनाथन दफ़्तर में काम कर रही थीं, मालेगाँव और मोडेसा के धमाकों पर रिपोर्ट तैयार करते-करते उन्हें काफ़ी देर हो गई थी। वे सेंट्रल दिल्ली के अपने दफ़्तर से अपने घर वसंत कुंज जा रही थीं, जो दक्षिण दिल्ली में है। सौम्या ने हत्या से कुछ पहले सवा तीन बजे अपने पिता से फ़ोन पर बात की और उनसे कहा था कि वे जल्द ही घर पहुँचने वाली हैं।
पुलिस को ड्राइवर वाली सीट पर सौम्या अचेत अवस्था में मिलीं, उनके सिर में गोली लगी थी और अस्पताल पहुँचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया, लेकिन उस समय तक हत्या की वजह या हत्यारे के बारे में कुछ पता नहीं चल सका। उनकी गाड़ी में संघर्ष के निशान दिखाई पड़ रहे थे और उनकी कार का एक टायर भी पंचर हो गया था, कार की ट्यूब में से पुलिस ने एक गोली बरामद की।