‘महात्मा गांधी को महापुरुष और पीएम मोदी को युगपुरुष’ बताने वाले बयान पर कांग्रेस नेता ने दिया ये जवाब
आफ़ताब फारुकी
डेस्क: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को महात्मा गांधी को पिछली सदी का महापुरुष बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस सदी का युगपुरुष बता दिया। उनके इस पर बयान पर कांग्रेस ने कहा है कि यह इस सदी के महान शख्सियत का अपमान है।
#WATCH | Delhi: Cong leader Manish Tewari says, "The great Mahatma fashioned craft and honed the instrument of non-violence as a means of passive resistance when the only thing the world knew was war as a means of resistance and conflict as a method of opposing oppression…He… https://t.co/tdpGnMUzJx pic.twitter.com/6kralp8id6
— ANI (@ANI) November 28, 2023
धनखड़ के बयान पर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, “जब दुनिया में लोग उत्पीड़न और प्रतिरोध के नाम पुर युद्ध और हिंसा ही जानते थे उस समय महात्मा गांधी ने अहिंसा की पहल को मज़बूत किया और उसे चलन में लेकर आए। वो एक सेक्यूलरिस्ट थे।”
“महात्मा गांधी को 20वीं सदी की सबसे ऊंची शख्सियत माना गया है। बाद में जो किसी हद तक उनके कद तक पहुंच पाए वो थो नेल्सन मंडेला। महात्मा गांधी की तुलना किसी से भी कर देना महात्मा गांधी का अपमान है। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि 20वीं सदी के सबसे महान आदमी की को इस तरह कमतर दिखाया जा रहा है।”
मैं आपको एक बात कहना चाहूंगा, पिछली शताब्दी के महापुरुष महात्मा गांधी थे, इस शताब्दी के युगपुरुष नरेंद्र मोदी हैं!
महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा से हमें अंग्रेजों की गुलामी से छुटकारा दिलाया, भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को प्रगति के उस रास्ते पर डाल… pic.twitter.com/mBP7zxIs0C
— Vice President of India (@VPIndia) November 27, 2023
बताते चले जैन विचारक श्रीमद राजचंद्रजी की जयंती समारोह में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा, ”महात्मा गांधी ने सत्याग्रह और अहिंसा के माध्यम से हमें अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराया। भारत के सफल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमें उस रास्ते पर ले गए, जहां हम हमेशा जाना चाहते थे। मैं आपलोगों को एक बात बताना चाहता हूं। महात्मा गांधी पिछली सदी के महापुरुष थे। नरेंद्र मोदी इस सदी के युगपुरुष हैं।”
उन्होंने कहा, “इस राष्ट्र के विकास का विरोध करने वाली ताक़तें और इस देश के उत्थान को पचा न पाने वाली ताक़तें एक साथ आ रही हैं। जब भी देश में कुछ अच्छा होता है तो ये लोग एक अलग मुद्रा में आ जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।”