इसराइली सेना के हुक्म ‘अल शिफा अस्पताल को एक घंटे से खाली करने’ के अस्पताल प्रशासन के दावे का आईडीऍफ़ ने किया खंडन, गज़ा में रोटी के जद्दोजेहद और शहरों की तबाही का मंज़र देखे तस्वीरो में
ईदुल अमीन
डेस्क: गज़ा में जारी इसराइली हमलो के बीच अब रोटी की जद्दोजेहद गज़ा के नागरिको की अहम जद्दोजेहद कर रहे है। बेकरियो के बाहर लगती एक भारी भीड़ की आती तस्वीरे इस जद्दोजेहद की कहानी बयान करने के लिए काफी दिखाई देती है।
दुसरे तरफ खँडहर में तब्दील होते गज़ा के नागरिको के मकान, स्कूल और अस्पताल की तस्वीरे इस बात को बयान कर रही है कि किस तरह की तबाही गज़ा में इसराइली बमबारी ने मचाया है। इस बीच जहा एक तरफ इसराइल की सेना ने अल शिफा अस्पताल को अपने कब्ज़े में ले लिया है और अल शिफा के निदेशक ने बयान जारी कर बताया था कि आईसीयु में भर्ती सभी मरीजों की मौत हो चुकी है।
इस बीच इसराइल की सेना ने दावा किया था कि अल शिफा अस्पताल के अन्दर हमास का कमांड सेंटर है। हालांकि आईडीऍफ़ ने अभी तक इस दावो के सम्बन्ध में कोई साक्ष्य प्रस्तुत नही किया है। भले ही आईडीऍफ़ ने कुछ वीडियो के सहारे इस बात को साबित करने की कोशिश किया कि अल शिफा अस्पताल के एमआरआई रूम में असलहे मिले है, मगर उस वीडियो पर भी काफी लोगो ने शंका ज़ाहिर किया था।
इस बीच गज़ा ग़ज़ा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफ़ा से मिली रिपोर्टों के मुताबिक इसराइल की सेना ने इसे अगले एक घंटे में खाली करने का आदेश दिया है। अल जज़ीरा और समाचार एजेंसी एएफ़पी ने फ़लस्तीनी डॉक्टरों के हवाले से ये जानकारी दी है। यह उस समय हुआ है जब समाचार आ रहे है कि हमास के लड़ाके अस्पताल के बाहर इसराइली सेना से जमकर मोर्चा ले रहे है और दोनों पक्षों के तरफ से गोलियों की आवाज़े आ रही है।
बहरहाल, अस्पताल के चिकित्सको के हवाले से समाचार में अल जजीरा और एऍफ़पी ने बताया है कि सैनिक अस्पताल परिसर की तलाशी ले रहे हैं। इसराइल का कहना है कि अस्पताल के नीचे बनी टनल में हमास ने अपनी कमान स्थापित की हुई है। हमास इस आरोप को ग़लत बताता है। अल शिफ़ा ग़ज़ा का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां कई विस्थापित लोगों ने शरण ली हुई है। बताते चले कि इसराइल की सेना बीते कई दिनों से अल शिफ़ा को घेरे हुए है। बुधवार को सेना ने अस्पताल परिसर में दाखिल हो गई थी। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने कई दिन तक बिजली, पानी और खाने के सामान के बिना काम किया।
अल शिफा अस्पताल में बड़ी संख्या में विस्थापितों ने शरण ली हुई है। अस्पताल के आसपास भीषण संघर्ष जारी है और यहां की स्थिति लगातार बदतर बनी हुई है। इसराइल डिफेंस फ़ोर्सेज़ (आईडीएफ़) ने उन रिपोर्टों को ख़ारिज किया है, जिनमें दावा किया गया है कि उसने अल-शिफ़ा अस्पताल को एक घंटे में खाली करने का आदेश दिया है।
आईडीएफ़ ने कहा है कि अल-शिफ़ा अस्पताल के डायरेक्टर ने अनुरोध किया था और उसे सेना ने मान लिया है। ग़ज़ा के जो लोग अस्पताल से जाना चाहते हैं, उन्हें ‘सुरक्षित रास्ता’ दिया जा रहा है। आईडीएफ़ ने एक बयान जारी कर कहा, ‘आईडीएफ़ ने किसी भी वक़्त मरीज़ों और मेडिकल स्टाफ़ को बाहर निकालने का आदेश नहीं दिया।
हक़ीकत में हमने ये कहा है कि अगर स्वास्थ्य के आधार पर किसी को अस्पताल से बाहर ले जाने का अनुरोध आता है तो आईडीएफ़ सहयोग करेगी।’
बयान में कहा गया है कि जो मरीज़ बाहर नहीं जा सकते हैं, मेडिकल स्टाफ़ उनके साथ बना रहेगा। सेना ने बताया है कि वो अस्पताल को खाना, पानी और मानवीय मदद मुहैया करा रही है। इसराइल का कहना है कि अस्पताल के नीचे हमास ने अपना ठिकाना बनाया हुआ है और इसकी तलाशी जारी है। सेना का कहना है कि उन्हें कुछ हथियार मिले हैं लेकिन अब तक उन्होंने इस बात का सुबूत नहीं दिया है कि अस्पताल के नीचे हमास का बड़ा कमान सेंटर है।