वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र में वर्ष 1996 में अपने भाई सहित 5 हत्या करके शहर को झकझोर देने वाले फांसी की सजा सुनाये गए कैदी सुरेश चौहान की नैनी जेल में बिगड़ी तबियत, प्रयागराज में इलाज के दरमियान हुई मौत
मो0 आरिफ
प्रयागराज। अपने भाई सहित पांच की हत्या करके वर्ष 1996 में शहर को हिला देने वाला भेलूपुर थाना क्षेत्र निवासी सजायाफ्ता क़ैदी सुरेश चौहान जिसकी जेल में अचानक तबियत खराब हो गयी थी और उसको एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया कि इलाज के दरमियान मौत हो गई। सुरेश चौहान की मौत शनिवार की रात होने के बाद इसकी जानकारी उसके बेटे को दिया गया। जानकारी पर पहुचे बेटे को सुरेश का पोस्टमार्टम करवा कर शव रविवार को अंतिम संस्कार के लिए दिया गया।
बताते चले कि वाराणसी जनपद के भेलूपुर जिवधीपुर निवासी 69 वर्षीय सुरेश चौहान ने छह अक्टूबर 1996 को अपने साले रामजी चौहान के साथ मिलकर अपने भाई रमेश चौहान, उसकी पत्नी गंगा देवी, धर्मेन्द्र, एवं दो पुत्रियों की हत्या कर दी थी। इस सामूहिक हत्याकांड ने पुरे शहर को झकझोर कर रख दिया था। इस मामले में सुनवाई करते हुवे जिला न्यायालय ने 19 दिसम्बर 1997 को उसे फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बाद उसने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया था। लम्बे ट्रायल के बाद आये फैसले ने दो मार्च 2021 को उसकी फांसी की सजा बरकरार रखी।
जिसके बाद 13 जनवरी 2022 को उसे नैनी जेल स्थानांतरित कर दिया गया था। जहा विगत दिनों उसकी तबियत ख़राब हो गई। जिसके बाद उसको इलाज हेतु एसआरएन अस्पताल भर्ती करवाया गया था, जहा दौरान-ए-इलाज उसकी मौत हो गई। मृतक के पांच पुत्र, दो पुत्री एवं पत्नी पवित्री देवी है। जानकारी होने पर मृतक का बेटा महेंद्र कुमार परिवार के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा और शव की सुपुर्दगी लिया। मृतक का तीन डाक्टरों के पैनल एवं वीडियो ग्राफी के बीच पोस्टमार्टम हुआ। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर चले गये।