गज़ा पर ज़मीनी हमले के दरमियान मरने वाले इसराइली सैनिको की संख्या बढ़कर हुई 15, बोले नेतान्याहू ‘हम मुश्किल जंग लड़ रहे है, लम्बी लड़ाई है’
ईदुल अमीन
डेस्क: मंगलवार को ग़ज़ा में इजराइल फौजों द्वारा चलाए गए ज़मीनी अभियान में मरने वाले इसराइली सैनिकों की संख्या बढ़कर अब 15 हो गई है। इससे पहले सेना ने 11 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि किया था। जबकि अब 15 सैनिको के मारे जाने की बात कही है। इसराइल के पीएम नेतन्याहू ने कहा है कि ‘हम मुश्किल जंग लड़ रहे हैं। ये एक लंबी लड़ाई है। हम इसमें अहम कामयाबी मिली है लेकिन दर्द देने वाली क्षति भी हुई है।’
इस बीच बुधवार को जबालिया शरणार्थी कैंप में दूसरा धमाका हुआ है। मंगलवार को उत्तरी ग़ज़ा के सबसे बड़े शरणार्थी कैंप जबालिया में इसराइली बमबारी के बाद वहां एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें 120 लोगों की मौत हुई जिसमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। इसराइल का कहना है कि जंग की शुरुआत के बाद से उन्होंने ग़ज़ा पर 11 हज़ार हमले किए हैं।
इसराइल डिफेंस फोर्सेज़ (आईडीएफ़) ने एलान किया था कि मंगलवार को उसके 11 सैनिकों की मौत हुई है। ये एक संकेत है कि आगे क्या हो सकता है। अभी तक उन्होंने ग़ज़ा शहर जैसे नगरीय इलाक़ों में दाखिल होने की कोशिश नहीं की है। सेना के लिए ये एक बड़ी चुनौती हो सकती है। इसराइल की सेना उसके करीब पहुंच रही है लेकिन अभी वो गांवों से होकर आगे बढ़ रही है।
बताया था कि ये शहर के चारों ओर का इलाका है। कुछ दिन पहले हमास ने इसराइली सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया। वो काफिला ग़ज़ा में दाखिल ही हुआ था। कुछ लोगों के पास आधुनिक और अभेद्य कैरियर थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नीय अस्पताल के सर्जिकल डायरेक्टर ने बताया कि उनके पास 400 हताहत लोग आए हैं। उनमें से 120 लोग या तो अस्पताल आने तक मर चुके थे या फिर कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।