उत्तरकाशी सुरंग हादसा: बोले उत्तराखंड के सीएम धामी ‘अगर मशीन टूटने से बाद हैदराबाद से मंगवाई गई प्लाज्मा मशीन के शाम तक पहुचने की सम्भावना, एक घंटे में 4 मीटर करेगी वह खुदाई’
फारुख हुसैन
डेस्क: उत्तराखंड के उत्तर काशी में बन रहे टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए विज्ञान और भगवान दोनों का सहारा लेती उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी रेस्क्यू आपरेशन अभी भी जारी है। 12 नवम्बर से अन्दर फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए चल रहे रेस्क्यू आपरेशन के लिए अमेरिका की आगर मशीन मंगवाया गया था। मगर पहली बार इस मशीन में खराबी आई और फिर काफी प्रयास के बाद मशीन बनी तो अब वह टूट गई है।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "Everyone knows that this rescue operation is being done under difficult & challenging circumstances. The machine got stuck after reaching so close…We are expecting that by tomorrow… pic.twitter.com/LOWaMdUSfG
— ANI (@ANI) November 25, 2023
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया है कि सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए हैदराबाद से प्लाज़्मा मशीन मंगाई गई है। इस मशीन के शाम तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने बताया है कि ऑगर मशीन टूटने के बाद प्लाज़्मा मशीन को ड्रिलिंग में लगाया जाएगा, जो एक घंटे में चार मीटर की खुदाई कर सकता है।
उन्होंने दावा किया है कि प्लाज़्मा मशीन के काम शुरू करने के बाद कुछ घंटों में मजदूरों को निकाल लिया जाएगा। धामी के अनुसार, सुरंग से मज़दूरों को निकालने के लिए सभी विकल्पों पर काम किया जा रहा है। इसके लिए वर्टिकल ड्रिलिंग का काम भी शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि यह ऑपरेशन जल्द से जल्द पूरा हो। प्रधानमंत्री जी भी इसके लिए चिंतित हैं।
उन्होंने बताया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोज़ मज़दूरों की कुशलता और उन्हें बाहर निकाले जाने को लेकर चल रहे बचाव अभियान की पूरी जानकारी ले रहे हैं। केंद्रीय एजेंसियां, राज्य प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की टीमें मज़दूरों को बाहर निकालने के इस अभियान में साथ काम कर रही हैं और हम जल्द ही सफलतापूर्वक अपने भाइयों को बाहर निकालने में कामयाब हो जाएंगे।’ सीएम धामी के अनुसार, वहां पर सारे संसाधन उपलब्ध हैं, लेकिन यदि किसी चीज़ की ज़रूरत पड़ रही है, तो उसे जल्द से जल्द मंगाया जा रहा है।
समाचार एजेंसियों के मुताबिक़ सुरंग के बाहर कुछ दूरी पर ही 10 बेड वाले हॉस्पिटल, 40 एंबुलेंस, 20 डॉक्टर और 35-40 सपोर्ट स्टाफ़ मौजूद हैं। वहीं सुरंग से क़रीब 50 किलोमीटर दूर चिन्यालिसारू में 41 बेड वाला एक अस्पताल स्थापित किया गया है।