वाराणसी: कोतवाली जोन के बुचईटोला लालघाट में जानलेवा बना ये जर्जर भवन संख्या के0 4/15, क्या नगर निगम किसी बड़ी दुर्घटना के बाद नींद से जागेगा ?
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: वाराणसी में जर्जर भवन इसके पूर्व कई दुर्घटनाओं के कारण बने है। लगभग 3 वर्ष पहले तत्कालीन जिलाधिकारी ने नगर निगम को निर्देशित कर ऐसे भवनों को चिन्हित करके उनके निस्तारण के आदेश भी दिए थे। मगर समय के साथ नगर निगम ने उक्त आदेश को ताख पर रख दिया और जो जैसा है, वैसा ही चलता रहेगा के तर्ज पर काम चल रहा है।
मगर इस दरमियान शहर के कई जर्जर भवन आम जीवन के लिए बड़ा खतरा बने हुवे है। ऐसा ही कुछ हाल है कोतवाली ज़ोन के लालघाट स्थित बुचई टोला के भवन संख्या के0 4/15 का। काफी समय से क्षेत्र के नागरिको ने भवन स्वामी और नगर निगम को सूचित किया कि यह भवन काफी जर्जर है और कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। मगर अधिकारी चेते ही नही और स्थिति ऐसी ही बनी हुई है।
एक बड़ी घटना तो दीपावली के रात बच गई जब इस जर्जर भवन का कुछ अंश नीचे सकरी गली में गिर पड़ा। ये तो गनीमत रहा कि उस समय कोई उधर से गुज़र नही रहा था। आखिर तंग आकर क्षेत्र के निवासियों ने पर्चे दीवारों पर चपका दिए है कि आगे भवन जर्जर है। कृपया इस मार्ग का प्रयोग न करे। यही नही उक्त गली में एक स्वयं सेवी संस्था के द्वारा संचालित विद्यालय द रिवर स्कूल ने अपने यहाँ पढने वाले छात्र छात्राओं के अभिभावकों को सन्देश भेज कर सूचित किया है कि वह कृपया वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग करे।
अब इस स्कूल के लिए वैकल्पिक मार्ग घाट से ही है। इसकी सुचना स्वयं स्कूल प्रबंधन के द्वारा नगर निगम के अधिकारियो को लिखित रूप से दिया गया। मगर इसके बावजूद भी अभी तक नगर निगम के जानिब से कोई फौरी राहत तो नही मिली है। आसपास के भवन स्वामी खुद की सांसे किसी दुर्घटना के आशंका से तेज़ किये हुवे है। भवन के सामने वाले भवन स्वामियों ने अपने भवन से इस भवन पर चाड लगा रखा है। किसी बड़ी दुर्घटना के इंतज़ार में नगर निगम फिलहाल आराम कर रहा है।