इसराइल के मंत्री और पूर्व सैन्य प्रमुख के बेटे की जंग के दरमियान मौत, बोले नेतन्याहू ‘दिल टूट गया’, अमेरिका ने किया इसराइल के तौर तरीके की आलोचना
फारुख हुसैन
डेस्क: इसराइल और हमास के बीच ज़मीनी जंग बेहद तेज़ है। दोनों तरफ से हमलो की जानकारी आ रही है। इस बीच आज इसराइल के लिए एक बुरी खबर उस समय आई जब पता चला कि इसराइल के पूर्व सैन्य प्रमुख गाडी आइसेनकोट के बेटे की ग़ज़ा में ज़मीनी अभियान के दौरान मौत हो गई। गाडी आइसेनकोट इस समय इसराइल की वॉर कैबिनेट में मंत्री हैं। इस समाचार के आने के बाद इसराइल के पीएम नेतन्याहू ने कहा है कि ‘दिल टूट गया।’
ग़ज़ा में रहने वाले फ़लस्तीनी लेखक और साहित्यकार रेफ़ात अलारीर की इसराइली हवाई हमले में मौत हो गयी है। उनकी मौत के बाद फ़लस्तीनियों और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के बीच शोक फैल गया है। बताते चले कि काफी पत्रकारों की भी इसराइली हमलो में मौत हुई है। एक पत्रकार के परिवार से कुल 22 लोग इसराइली हमलो में मारे गए है। फलिस्तीनी लेखक और साहित्यकार की मौत पर साहित्य जगत में भी शोक की लहर है।
इस दरमियान कल शुक्रवार को अमेरिका ने ग़ज़ा युद्ध में इसराइल के तौर तरीकों की आलोचना की है। अमेरिका ने इस बात की भी शिकायत की है कि आम लोगों की सुरक्षा के लिए इसराइल ने जो वादे किए थे और ग़ज़ा में ज़मीन पर जो कुछ हो रहा है, उसमें काफी अंतर है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें इसराइल द्वारा हिरासत में लिए गए दर्जनों फ़लस्तीनी पुरुष दिख रहे हैं। इसमें हिरासत में लिए गए फ़लस्तीनी निर्वस्त्र और कई सिर्फ अंडरवियर में दिख रहे हैं।
इसराइली सेना ने दावा किया है कि उत्तरी ग़ज़ा पट्टी में ज़मीनी अभियान के दौरान अल-अज़हर यूनिवर्सिटी में हमास के एक ठिकाने को ध्वस्त किया गया है। छापेमारी के दौरान यूनिवर्सिटी परिसर से एक किलोमीटर दूर स्कूल तक सुरंग का पता चला है। सेना ने दावा किया कि उसे वहां विस्फोटक उकपण, रॉकेट पार्ट्स, कैमरे और रेडियो बरामद किए गए हैं। वही हमास ने इसको शिक्षा पर हमला करार दिया है और इसराइल के दावो को गलत बताया है।