कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा ‘हिजाब बैन करने के लिए सरकार विचार कर रही है’ भाजपा ने साधा निशाना, गरमाई सियासत
तारिक़ खान
डेस्क: कर्नाटक में स्कूल-क़ॉलेजों में हिजाब पहनने पर लगी रोक हटाने को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान पर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। बीजेपी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में शिक्षण संस्थाओं में हिजाब पहनने पर बैन लगा दिया था। इस मामले ने एक बड़े राजनीतिक विवाद का रूप ले लिया था। बीजेपी सरकार के इस आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी गई थी। लेकिन अदालत ने सरकार के बैन के आदेश का समर्थन किया था। अदालत ने कहा था कि शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं को पहले से निर्धारित यूनिफॉर्म ही पहनना होगा।
सिद्धारमैया पर निशाना साधते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बासवराज बोम्मई ने कहा है कि ये सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। बोम्मई ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘अगर आप इस पैटर्न को देखें, जो सिद्धारमैया कर रहे हैं, तो शुरू में उन्होंने कहा कि वह अल्पसंख्यकों को 10,000 करोड़ देंगे। यह सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। कांग्रेस विधायक आलोचना कर रहे हैं और पत्र लिख रहे हैं कि किसी भी विकास के लिए कोई फंड आवंटित नहीं किया गया है। पिछले 6 महीने से कोई विकास नहीं हुआ है….! लोगों में नाराज़गी है। राज्य में सूखा है और कावेरी मुद्दा भी है…..’
#WATCH | Bengaluru: On Karnataka CM Siddaramaiah's statement to lift the hijab ban, Former Karnataka CM Basavaraj Bommai says, "If you look at the pattern, that Siddaramaiah is doing, initially, he said that he will give Rs. 10,000 crores for the minority… This government has… pic.twitter.com/ChGL5hkP86
— ANI (@ANI) December 23, 2023
उन्होंने कहा कि ‘उनके पास इस पुराने मुद्दे को उठाने से बेहतर काम है जो सुप्रीम कोर्ट में है। हर किसी के पास विकल्प है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कोई भी कानून से ऊपर है। एक निश्चित मर्यादा है…! सुप्रीम कोर्ट संज्ञान लेगा। यह एक राजनीतिक बयान है। वह समाज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।’ बोम्मई ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी सिद्धारमैया की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि केवल मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए उन्होंने ये फ़ैसला लिया है।
येदियुरप्पा ने कहा, ‘किसी ने सिद्धारमैया से इस हिजाब वाले फैसले को वापस लेने की मांग नहीं की। सभी समुदाय एक साथ हैं। क्लास में शामिल होने के लिए एक जैसी यूनिफॉर्म की ज़रूरत होगी, ये कोर्ट ने भी तय किया है। सिर्फ़ मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए सिद्धारमैया ने जल्दबाजी में ये फैसला लिया है…! मैं इसकी निंदा करता हूं और उन्हें ये फैसला तुरंत वापस लेना चाहिए….! आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाएगी।’
हालांकि अपने पूर्व के बयान से हटकर बोलते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आज कहा, ‘हमने अभी तक ये किया नहीं है। किसी ने मुझसे सवाल पूछा, मैंने जवाब में कहा कि सरकार इसे रद्द करने पर विचार कर रही है।’ जिसके बाद एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सिद्धारमैया को घेरते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्वीट किया है। आपको सत्ता में आए 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं। इसके बारे में ‘विचार’ करने की क्या ज़रूरत है कि मुस्लिम लड़कियों को शिक्षा का अधिकार होना चाहिए या नहीं? धन्यवाद सिद्धारमैया यह स्पष्ट करने के लिए कि हिजाब पर प्रतिबंध अभी भी ‘धर्मनिरपेक्ष’ कांग्रेस सरकार द्वारा लागू किया जा रहा है। जिन मुसलमानों ने आपको वोट दिया, वे बहुत खुश होंगे।’