मणिपुर हिंसा: नगा जनजातियो के संगठन एनपीयूआई का आरोप ‘सशस्त्र बदमाशो द्वारा नगा जनजातियो के सदस्यों को बनाया जा रहा निशाना
तारिक़ खान
डेस्क: बीते सात महीनों से हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में एक प्रमुख नगा समूह- नगा पीपुल्स यूनियन-इंफाल (एनपीयूआई) ने दावा किया है कि इंफाल में रहने वाले नगा जनजातियों के सदस्यों को सशस्त्र बदमाशों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। एनपीयूआई के अध्यक्ष एम0 नगारनमी ने कहा कि बीते कुछ दिनों में इंफाल घाटी और आसपास की तलहटी में नगाओं को निशाना बनाया गया है।
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, कई महीनों से चल रही हिंसा में नगा, जो राज्य की आबादी का लगभग 24% हिस्सा हैं, मोटे तौर अप्रभावित रहे हैं, लेकिन हाल के हफ्तों में वे निशाने पर आ गए हैं। एनपीयूआई के अध्यक्ष एम। नगारनमी ने कहा कि बीते कुछ दिनों में इंफाल घाटी और आसपास की तलहटी में नगाओं को निशाना बनाया गया जहां सशस्त्र बदमाशों ने फिरौती के लिए नगा लोगों का अपहरण किया और नगाओं द्वारा चलाए जा रहे व्यापारिक प्रतिष्ठानों से जबरन वसूली की मांग की।
12 दिसंबर को 10-12 हथियारबंद बदमाशों ने इंफाल के इंडिया बाजार इलाके से चार नगा महिलाओं- एक ब्यूटी पार्लर की मालिक और तीन कर्मचारियों- का कथित तौर पर अपहरण कर 3-4 लाख रुपये की फिरौती न देने पर जान से मारने की धमकी दी। उसी दिन एक अन्य घटना में, इंफाल के चिंगमेइरोंग से आठ सशस्त्र बदमाशों ने एक अन्य ब्यूटी पार्लर के मालिक सहित सात नगा महिलाओं का अपहरण कर फिरौती के रूप में 5 लाख रुपये की मांगे थे। 11 दिसंबर को इंफाल पश्चिम जिले में हरी वर्दी पहने छह-सात लोगों के एक समूह ने एक नगा ड्राइवर पर कथित तौर पर हमला किया था। 8 दिसंबर को बिष्णुपुर जिले में अज्ञात बदमाशों के एक समूह ने दो नगा लड़कियों पर हमला किया था।