करणी सेना के राष्ट्रीय प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्याकांड में राजस्थान पुलिस को मिली 4 दिनों बाद पहली कामयाबी, हत्या में सहयोगी रहा रामवीर गिरफ्तार
ईदुल अमीन
डेस्क: राष्ट्रीय करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्याकांड मामले में राजस्थान पुलिस ने 4 दिनों बाद आज शनिवार को पहली गिरफ्तारी की है। इसकी जानकारी देते हुवे जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि ‘हत्याकांड की साजिश में शामिल 23 साल के अभियुक्त रामवीर को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त रामवीर हरियाणा में महेंद्रगढ़ ज़िले के सत्तनाली थाना इलाक़े का रहने वाला है। सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्या के शूटर्स नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को अभियुक्त रामवीर ने जयपुर में पूरी व्यवस्था उपलब्ध करवाई थी।’
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाश विश्नोई ने जारी बयान में कहा है, ‘गिरफ्तार रामवीर और नितिन फौजी घनिष्ठ दोस्त हैं और दोनों के गांव आसपास हैं। बारहवीं क्लास की पढ़ाई भी साथ की है। नितिन फौजी साल 2019-20 में सेना में भर्ती हो गया था। जबकि, रामवीर ने जयपुर से बीएससी और एमएससी की पढ़ाई के बाद गांव वापस आ गया था। नितिन फौजी छुट्टियां लेकर गांव आया हुआ था और 9 नवम्बर को पुलिस टीम पर फायरिंग की और फरार हो गए। फरारी के दौरान नितिन ने रामवीर को जयपुर भेजा और होटल और परिचितों के फ्लैट पर रुकने की व्यवस्था करवाई।’
पुलिस के अनुसार, सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्या के बाद दोनों अभियुक्तों को रामवीर ने मोटरसाइकिल से नागौर डिपो की बस में बैठा कर फरार करवाया। राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेडी की बीते मंगलवार दोपहर जयपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। श्याम नगर इलाक़े में उनके घर मिलने के बहाने आए तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इस घटनाक्रम में एक हमलावर की भी मौत हो गई थी।
पंजाब से सटे हनुमानगढ़ ज़िले के सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राजपूत समाज के आक्रामक नेता के रूप में जाने जाते रहे हैं। वे साल 2017 में फिल्म पद्मावत के विरोध के दौरान देशभर में चर्चाओं में आए। फिल्म पद्मावत की जयपुर में हो रही शूटिंग के दौरान राजपूत करणी सेना ने फ़िल्म के सेट पर तोड़फोड़ और विरोध प्रदर्शन किया था। राजपूत करणी सेना ने फिल्म में शामिल किए कई सीन पर आपत्ति जताई थी। इस दौरान फिल्म निदेशक संजय लीला भंसाली को थप्पड़ मारने की घटना के बाद से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी देशभर में सुर्खियों में रहे।