राजस्थान: नई सरकार गठन के बीच सियासी कयासों का दौर जारी, कई विधायको और भाजपा नेताओं ने किया वसुंधरा राजे से मुलाकात
आफताब फारुकी
डेस्क: 3 दिसंबर को नतीजे घोषित होने के बाद से ही राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल के जवाब का इंतज़ार है। और अभी लग रहा है कि ये इंतज़ार और भी बढ़ सकता है। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है लेकिन शायद अभी राजस्थान को सीएम के नाम के लिए इंतज़ार ही करना होगा। इस बीच आज रविवार को बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, पूर्व मंत्रियों के अलावा कम से कम पंद्रह विधायकों ने वसुंधरा राजे से मुलाकात की है। जबकि, इससे पहले क़रीब तीस विधायक वसुंधरा राजे से मुलाकात करने पहुंचे थे।
यह सभी मुलाकातों का सियासी मायने और कयास ख़ास तौर पर इसलिए भी लग रहा है क्योकि शनिवार की रात बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विधायकों की वीडियो कांफ्रेंस से बैठक ली है। अब सबकी निगाहें राज्य में होने वाली विधायक दल की बैठक पर हैं। राजस्थान के पर्यवेक्षक बनाए गए राजनाथ सिंह के व्यस्त कार्यक्रम के कारण सोमवार को बुलाई गई विधायक दल की बैठक पर भी संशय बना हुआ है। बीजेपी के पदाधिकारियों का मानना है कि अब विधायक दल की बैठक मंगलवार को बुलाई जा सकती है। विधायकों को जयपुर पहुंचने के लिए कहा गया है।
इधर, विधायकों का राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात करने का सिलसिला जारी है। रविवार को भी कई विधायक वसुंधरा राजे से मुलाकात करने उनके 13 सिविल लाइंस आवास पहुंचे हैं। विधायक दल की बैठक से पहले वसुंधरा राजे से विधायकों की मुलाकात को लेकर जयपुर के राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं चल रही हैं। इन मुलाकातों के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। वहीं राजस्थान की राजनीति पर नज़र रखने वाले लोग इसे वसुंधरा राजे के शक्ति प्रदर्शन की तरह भी देख रहे हैं।