स्वामी प्रसाद मौर्या का फिर विवादित बयान, कहा ‘हिन्दू धर्म नहीं बल्कि धोखा है’, बोली डिम्पल यादव ‘ये उनके निजी विचार है, पार्टी इसका समर्थन किसी रूप में नही करती है’
ईदुल अमीन
डेस्क: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और विवादित बयान एक दुसरे के पूरक बनते जा रहे है। इस बार उन्होंने अपने बयान में कहा है कि ‘हिन्दू धर्म एक धोखा है।’ स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान पर सियासी हंगामे के बीच समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने प्रतिक्रिया देते हुवे कहा है कि यह बयान स्वामी प्रसाद मौर्या के निजी विचार है और पार्टी उसका समर्थन नही करती है।
डिंपल यादव ने कहा है कि ‘शुरू से ही राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने कहा है कि ये उनके अपने निजी विचार हैं। समाजवादी पार्टी के विचार नहीं हैं। सपा स्वामी प्रसाद मौर्य के विचारों का समर्थन किसी रूप में नहीं करती है।’ बताते चले कि एक दिन पहले ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि हिंदू धर्म एक धोखा है। इससे पहले भी मौर्य कई बार अपने बयानों के कारण विवादों में रहे थे।
क्या बोले है स्वामी प्रसाद मौर्या
एक जनसभा को संबोधित करते हुए मौर्य ने कहा, ‘हिन्दू धर्म एक धोखा है, वैसे भी 1995 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि हिन्दू कोई धर्म नहीं, ये लोगों के जीवन जीने की शैली है। यही नहीं जो सबसे बड़े धर्म के ठेकेदार बनते हैं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उन्होंने भी कहा है। एक नहीं दो-दो बार कहा कि हिन्दू नाम का कोई धर्म नहीं है बल्कि लोगों के जीवन जीने की एक कला है।’
उन्होंने कहा, ‘देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी कहा कि हिन्दू धर्म, धर्म नहीं है। लेकिन इन लोगों के कहने से किसी की भावना आहत नहीं होती है। अगर स्वामी प्रसाद मौर्य कह देते हैं कि हिन्दू धर्म, धर्म नहीं है बल्कि एक धोखा है और जिसे हम हिन्दू धर्म कहते हैं वो कुछ लोगों के लिए धंधा है। तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है।’ इस बयान की आलोचना करते हुए बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को लगता है कि हिंदू धर्म को गाली देने से उन्हें पिछड़ों का वोट मिल जाएगा।