करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्याभियुक्त नितिन फौजी को घर में पनाह देने वाली महिला गिरफ्तार, पुलिस ने बरामद किया एके47
आदिल अहमद
डेस्क: राजस्थान में राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में अभियुक्त नितिन फौजी को अपने घर में छिपाने के आरोप में एक महिला को जयपुर से गिरफ़्तार किया गया है। गिरफ्तार महिला पूजा सैनी जयपुर के जगतपुरा में अपने पति महेंद्र कुमार के साथ रहती थीं। हत्या से पहले एक सप्ताह तक नितिन फौजी को उन्होंने अपने फ्लैट पर रखा था।
नितिन फौजी हिसार से टैक्सी के ज़रिए 28 नवंबर को जयपुर पहुंचा था। इसके बाद से वह पूजा के फ्लैट पर रहा था। पुलिस के मुताबिक़ पूजा के पति महेंद्र कुमार ने अभियुक्त नितिन फौजी को हथियार और पैसे उपलब्ध करवाए थे। महेंद्र अपने फ़ोन से नितिन फौजी की रोहित राठौड़ और विरेंद्र चारण से बात करवाता था। फ्लैट के एक कमरे में नितिन फौजी को रखा गया। उसके लिए पूजा ही खाना बनाती थी। घटना से पहले महेंद्र अपनी गाड़ी से नितिन फौजी को अजमेर रोड ले गया और वहां दूसरे शूटर रोहित राठौड़ को पचास हज़ार और हथियार भी दिए। इसके बाद दोनों को बेस्ट ऑफ लक कहते हुए गाड़ी से उतार दिया।
पुलिस को महेंद्र के घर तलाशी में हथियार तस्करी के लॉरेंस विश्नोई गैंग के नेटवर्क संचालित करने के अहम सबूत मिले हैं। पुलिस का कहना है कि इस बात के तथ्य भी सामने आए हैं कि लॉरेंस विश्नोई गैंग द्वारा जयपुर में की गई कई गंभीर घटनाओं में भी महेंद्र और उनकी पत्नी पूजा ने हथियार सप्लाई करवाए थे। पुलिस के अनुसार महेंद्र भारी हथियारों का जखीरा लेकर फरार हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस को महेंद्र के फ्लैट की तलाशी के दौरान फ्लैट में रखी एक एके 47 की तस्वीर मिली है। पुलिस का कहना है कि राजू ठेहट हत्याकांड में यह बात सामने आई थी कि एक एके 47 जयपुर में किसी को दी गई है। इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि यह वही एके 47 है। 29 नवंबर को रोहित राठौड़ ने हत्याकांड के बाद भागने के लिए एक मोटरसाइकिल भी खरीदी थी, जिसे पुलिस ने जब्त कर ली है।
पंजाब से सटे हनुमानगढ़ ज़िले के सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राजपूत समाज के आक्रामक नेता के रूप में जाने जाते रहे हैं। वे साल 2017 में फिल्म पद्मावत के विरोध के दौरान देशभर में चर्चाओं में आए। फिल्म पद्मावत की जयपुर में हो रही शूटिंग के दौरान राजपूत करणी सेना ने फ़िल्म के सेट पर तोड़फोड़ और विरोध प्रदर्शन किया था।
राजपूत करणी सेना ने फिल्म में शामिल किए कई सीन पर आपत्ति जताई थी। इस दौरान फिल्म निदेशक संजय लीला भंसाली को थप्पड़ मारने की घटना के बाद से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी देशभर में सुर्खियों में रहे। राजपूत समाज के संगठन करणी सेना से वे कई साल तक जुड़े रहे लेकिन लोकेंद्र सिंह कालवी के साथ विवाद के चलते उन्होंने राजपूत करणी सेना नाम से संगठन बनाया।