विवादों में रहे कुश्ती महासंघ का होगा 21 दिसंबर को चुनाव, उसी दिन आयेगे नतीजे
मो0 सलीम
डेस्क: भारतीय कुश्ती महासंघ का चुनाव 21 दिसम्बर को होगा और उसी दिन नतीजे की घोषणा होगी। समय से चुनाव न करा पाने के कारण इंटनरनेशनल फ़ेडरेशन यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग की ओर से भारतीय कुश्ती महासंघ को निलंबित कर दिया गया था। इसीलिए भारतीय कुश्ती खिलाड़ी भारतीय कुश्ती महासंघ की बजाय यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के बैनर तले अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शामिल हो रहे हैं।
Elections of the Wrestling Federation of India will be held on 21st December. pic.twitter.com/skqCQAolEj
— ANI (@ANI) December 9, 2023
चुनाव कराने वाले रिटर्निंग अफ़सर जस्टिस (रिटायर्ड) एमएम कुमार की ओर से शनिवार को जारी एक बयान के अनुसार, मतगणना और नतीजों की घोषणा उसी दिन कर दी जाएगी। चुनाव परिणाम पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के समक्ष लंबित याचिका के नतीजे के अधीन होगा। ये चुनाव विशेष जनरल बॉडी की बैठक के दिन होगा और 7 अगस्त को निर्वाचन सूची के आधार पर होगा। इससे इन आशंकाओं पर विराम लग गया है कि पूरी चुनाव प्रक्रिया नए सिरे से शुरू करनी होगी। बयान में कहा गया है कि ‘चुनाव के लिए तैयारी के सभी चरण और उम्मीदवारों की सूची को सात अगस्त को ही अंतिम रूप दिया जा चुका है।’
इसके अनुसार, भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव के एक दिन पहले ही पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने 11 अगस्त को रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने स्टे को हटा दिया इसलिए चुनावी प्रक्रिया के लिए नया शेड्यूल जारी किया गया है। कुश्ती महासंघ का चुनाव कई बार टल चुका है और हाईकोर्ट के स्टे को सुप्रीम कोर्ट द्वारा हटाए जाने के बाद अब यह संभव हो पा रहा है।
इंडियन ओलंपिक संघ ने कुश्ती महासंघ की रोज़ाना की गतिविधि के लिए एक एडहॉक पैनल गठित किया गया था जिसका प्रमुख भारतीय वुशु संघ के चीफ़ भूपेंदर सिंह बाजवा को बनाया गया था। क्योंकि संघ के मुखिया बृज भूषण शरण सिंह को महिला कुश्ती खिलाड़ियों के यौन शोषण के आरोपों के बाद खेल मंत्रालय ने हटा दिया था।
बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत कई खिलाड़ी दो महीने तक दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करते रहे थे। बृज भूषण बीजेपी के सांसद भी हैं और उन्होंने बार बार इन आरोपों से इनकार किया है। भारतीय कुश्ती महासंघ की चुनावी प्रक्रिया जुलाई में ही शुरू हो गई थी लेकिन अदालती मुकदमों की वजह से इसमें देर होती रही।