वाराणसी: बीएचयु के आईआईटी छात्रा से कथित गैंगरेप मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों का भाजपा कनेक्शन बताते हुवे विपक्ष हुआ सरकार पर हमलावर, बोले अतहर जमाल लारी ‘कब चलेगा आरोपियों के घर बुल्डोज़र?’
तारिक आज़मी
वाराणसी: वाराणसी स्थित बीएचयू के आईआईटी कैंपस में लगभग दो महीने पहले एक छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है। घटना के लगभग 60 दिनों बाद तीन अभियुक्तों कुणाल पांडेय, आनंद उर्फ अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। साथ ही पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली है। घटना 1 नवंबर को देर रात घटित हुई थी। अभियुक्तों को पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहा से उन्हें अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
पीड़ित छात्रा ने घटना के सम्बन्ध में बताया था कि ‘रात 1।30 बजे अपनी एक दोस्त के साथ हॉस्टल से वॉक पर निकली थी और तभी रास्ते में एक बाइक पर सवार तीन लोगों ने उन्हें रोक लिया। हमलावर उसे एक कोने में ले गए, मुंह दबाया और उसके साथ ज़बरदस्ती की। कपड़े उतार कर वीडियो बनाया और फ़ोटो भी खींचा। उन बाइक सवारों ने जबरन उसका फ़ोन नंबर भी लिया और क़रीब 15 मिनट तक रोके रखा और फिर जाने दिया।’
पीड़िता ने बताया था कि मौक़े से बचकर भागने के बाद भी हमलावरों ने पीछा किया था। उसके बाद एक प्रोफ़ेसर के घर जाकर संपर्क करना पड़ा, जिन्होंने बाद में हॉस्टल के गेट तक उन्हें छोड़ा। इस घटना के विरोध में विद्यार्थियों ने बाद में प्रदर्शन किया था। इस दरमियाना आक्रोश को देखते हुवे तत्कालीन लंका इस्पेक्टर की जगह चौक इस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा को लंका थाने का प्रभार दिया गया। पुलिस की कई टीम मिल कर इस घटना के अनावरण में लगी हुई थी और अंततः उन्हें सफलता हाथ लगी। तीनो अभियुक्त कुणाल, आनन्द उर्फ़ अभिषेक और सक्षम पटेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद कर लिया है।
ये भी दावा किया जा रहा है कि इस चर्चित मामले में गिरफ़्तार किए गए तीनों अभियुक्त बीजेपी के आईटी सेल से जुड़े हुए थे। पार्टी के कई बड़े नेताओं के साथ इनकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। दावे के मुताबिक कुणाल पांडेय वाराणसी में बीजेपी आईटी सेल के संयोजक रह चुका हैं। वहीं सक्षम पटेल बीजेपी की वाराणसी यूनिट में आईटी सेल के सह संयोजक था। आनंद उर्फ अभिषेक आईटी सेल कार्यसमिति के सदस्य रह चूका हैं। सक्षम पटेल को लेकर यह भी दावा किया गया है कि वह बीजेपी काशी प्रांत के निवर्तमान अध्यक्ष दिलीप पटेल का निजी सचिव हैं। इन दावों के समर्थन में तीनों अभियुक्तों के सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल का हवाला दिया जा रहा है। एक बीजेपी नेता के लेटरहेड पर इनकी नियुक्ति का एलान करने वाला पत्र भी वायरल है। हम इस पत्र के सत्यता की पुष्टि नहीं करते है, लेकिन कई लोग इसके सही होने का दावा कर रहे हैं।
भाजपा कनेक्शन पर विपक्ष हुआ हमलावर
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने घटना के कुछ दिन बाद ही आरोप लगाया था कि इसमें बीजेपी और विद्यार्थी परिषद के लोग शामिल हैं। इसके बाद इस मामले में लंका थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के बाद अजय राय ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर उनकी बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें पोस्ट कीं। उन्होंने एक वीडियो जारी कर इस मामले में अपने पुराने बयानों को भी दोहराया।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘नारी वंदन का दिखावा करने वाली बीजेपी का असली चेहरा फिर सामने आ गया है।’ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर बीजेपी से कड़े सवाल पूछे थे। इसके बाद स्थानीय नेताओं ने सरकार की आलोचना शुरू कर दी।
कब चलेगा आरोपियों के घर बुल्डोज़र ?: अतहर जमाल लारी
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ स्थानीय नेता अतहर जमाल लारी ने कहा कि ‘BHU आईआईटी छात्रा के साथ गैंगरेप करने वाले तीनों अभियुक्त आज गिरफ्तार कर लिए गए, दो महीने के बाद और यह तीनों भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल से जुड़े हुए हैं। यह दबंग और रसूखदार हैं, इसीलिए उनकी गिरफ्तारी में इतनी देरी हो रही थी। बहरहाल, हम इसके लिए प्रशासन को धन्यवाद देते हैं। आप बनारस की जनता इंतजार कर रही है कि उनके घर पर बुलडोजर कब चलेगा?’
उन्होंने कहा कि ‘हमारे मुख्यमंत्री योगी जी ने कहा था कि अगर हमारी किसी मां बहन के साथ गैंग रेप होगा, छेड़ा जाएगा, तो एक चौराहे पर अगर छेड़ा गया, तो दूसरे चौराहे पर उनको यमराज नजर आएंगे। अब इसी का इंतजार काशी की जनता पूरे प्रदेश की जनता कर रही है।