गुजरात के बड़ोदरा की हरनी झील में नाव डूबने से 12 बच्चो सहित 14 की मौत
यश कुमार
डेस्क: गुजरात में वडोदरा के हरनी झील में गुरुवार को एक नाव डूबने से 12 बच्चों समेत 14 लोगों की मौत गई। घटना के बाद तलाशी और बचाव कार्य का जायजा लेने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल घटना स्तल पर पहुंच गए हैं। वडोदरा कलेक्टर एबी गोरे ने मीडिया को बताया कि अभी तक मिली सूचना के मुताबिक 11 लोगों को बचा लिया गया है।
#WATCH | Gujarat: A boat carrying children capsized in Vadodara's Harni Motnath Lake. Rescue operations underway. pic.twitter.com/gC07EROBkh
— ANI (@ANI) January 18, 2024
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और पीड़ितों के इलाज़ के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर शोक ज़ाहिर किया है और घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना की है। पीएमओ के सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, प्रधानमंत्री ने कहा कि वडोदरा की हरनी झील में नाव पलटने से हुई जनहानि से व्यथित हूँ। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ़ फ़ंड से हर मृतक के परिजन को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
ख़बरों के मुताबिक ‘बोटिंग के दौरान बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लाइफ जैकेट पूरी तरह से फिट नहीं किए गए थे। मौके पर पहुंचे गुजरात के विधायक बालकृष्ण शुक्ला ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए कहा कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे शिक्षकों के साथ यहां आए थे। घटनास्थल पर एक अभिभावक ने कहा, ‘नाव में 30 बच्चे थे। हमें पहले पूरी बात नहीं बताई गई। बस इतना कहा कि आपका बच्चा डरा हुआ है। इसीलिए हम यहां आये हैं।’ वड़ोदरा की पार्षद शीतल मिस्त्री ने कहा कि उन्होंने घटना की जानकारी जुटाई है और पता चला है कि नाव में 15 बच्चे थे। शीतल मिस्त्री से जब नाव पर लाइफ जैकेट ने होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘यह जांच का विषय है। लेकिन ठेकेदार का कहना है कि लाइफ़ जैकेट उपलब्ध कराए गए थे।’