आदमपुर थाना क्षेत्र के कोयला बाज़ार में गैस रिफलिंग शाप में लगी आग में एक किशोर और एक युवक की मौत, एक किशोर बुरी तरह झुलसा, इस्पेक्टर आदमपुर का गैरजिम्मेदाराना बयान ‘कपडे की दूकान में शॉट सर्किट से लगी आग’, घटना में घायल की भी नही थी पुलिस को जानकारी?
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र के कोयला बाज़ार इलाके में एक दूकान में लगी आग से दो ज़िन्दगी की साँसे थम गई। मृतकों में एक युवक और एक किशोर है। जबकि तीसरा किशोर बुरी तरह से झुलस गया है। आदमपुर इस्पेक्टर के अनुसार आग कपडे की दूकान में शोर्ट सर्किट से लगी। जबकि आग का मूल बगल की दूकान बताया जाता है, जहाँ अवैध गैस रिफिलिंग का कारोबार धड़ल्ले से चलता है।
स्थानीय जानकारी और पुरे घटनाक्रम के चंद प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार कोयला बाज़ार चौराहे के चंद कदमो की दुरी पर मुख्य मार्ग पर रिजवान की दूकान है। दूकान के नीचे कुकर आदि के मरम्मत का कारोबार दिखाने के लिए होता है। जबकि प्रथम तल पर अवैध गैस रिफलिंग का कारोबार दशक भर से अधिक समय से हो रहा है। वही रिजवान की दूकान के बगल में जहाँगीर की दूकान है जो फुटकर आइटम चाइना बाज़ार नाम से बेचते है। इस दूकान में प्लास्टिक के सामानों सहित चंद कपडे भी रहते है। मगर बताया जाता है कि कपड़ो का स्टोक अधिक नही होता है।
आज घटित घटना के अनुसार सुबह 9:45 बजे के करीब रिजवान की दूकान पर त्रिलोचन बाज़ार (केवटाना) निवासी संतोष (18) और सलेमपुरा निवासी आकिब पुत्र शाहिद गैस भरवाने आये थे। रिजवान के यहाँ काम करने वाला किशोर फैजान (14) ऊपर तल्ले में बने रिफिलिंग अड्डे पर गैस भरने के लिए गया। दूकान के नीचे आकिब खड़ा था। तभी किसी कारण से आग पकड ली। जिसमे आकिब बुरी तरह झुलस गया। आग निकलती देख मोहल्ले के लोग दौड़े और आकिब को घायल अवस्था में बाहर निकला। आग से आकिब बुरी तरह झुलस गया था।
वही, आग तब तक काफी भड़क चुकी थी। लोगो ने अन्दर घुसने की कोशिश किया मगर सभी नाकाम रही। आग की लपटों ने बगल के जहागीर की दूकान को भी जद में ले लिया। चश्मदीद बताते है कि सुचना पर पहुचे मछोदरी चौकी इंचार्ज और उनके हमराही के द्वारा अपनी जान पर खेल कर अन्दर घुसने की कोशिश किया। मगर कोशिश असफल रही। जानकारी होने पर थाना प्रभारी दल बल मौके पर पहुचे। वही फायर ब्रिगेड की गाडियों ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया और अन्दर से मृत स्थिति में संतोष और फैजान को बाहर निकाला गया।
आदमपुर इंस्पेक्टर का सामने आया गैर जिम्मेदाराना बयान और नज़र आई लापरवाही
इस सम्बन्ध में हमारी बात टेलीफोन पर आदमपुर इस्पेक्टर वीरेंदर सोनकर से टेलीफोन पर बात करने पर उन्होंने कहा कि कपडे की दूकान में शार्ट सर्किट से आग लगी है। आगे की जांच हो रही है। हमारे अगले सवाल घायल और मृतक के बात पर उन्होंने कहा कि ‘सवाल न पूछे।’ अब कौन इस्पेक्टर साहब को बताये कि सवाल पूछना हमारा अधिकार है और हमारे सवालो का जवाब देना उनका कर्त्तव्य है। शायद इस्पेक्टर साहब चाहते होंगे कि आदमपुर की हुई इस वीभत्स घटना के सम्बन्ध में हम कोतवाली पुलिस से सवाल करे। हो भी सकता है। नवागंतुक इस्पेक्टर साहब को लबे रोड चलते इस अवैध गैस रिफलिंग के कारोबार को न देख पाना और गैस के कारण आग लगना शायद दिखाई नही दिया, या फिर देखना नही चाहते होंगे।
घायल के सम्बन्ध में भी नही रही इस्पेक्टर को जानकारी
यही नही इस्पेक्टर आदमपुर की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है, जब इस घटना में झुलसे घायल के सम्बन्ध में भी उनको कोई जानकारी नही रही है। पत्रकारों ने खुद घायल के सम्बन्ध में तफ्तीश किया और घायल को घर पर देख कर उसके परिजनों को अस्पताल ले जाने की सलाह दिया। समाचार लिखे जाते समय घायल को लेकर उसके परिजन मंडलीय चिकित्सालय पहुचे है और चिकित्सक बुरी तरह झुलसे इस किशोर का इलाज कर रहे है। ऐसे में यह सवाल क्षेत्र में चर्चा का सबब बना हुआ है कि आखिर पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए इतनी बड़ी घटना को क्यों दबाना चाहती है। एक नही दो मौते हुई है और तीसरा बुरी तरह घायल है।