ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण: अदालत द्वारा मस्जिद के तहखाने (व्यास जी का कमरा) में पूजा की अनुमति पर आई मस्जिद कमेटी की पहली प्रतिक्रिया, बोले एसएम यासीन ‘मुल्क में हमे अब इन्साफ की उम्मीद नही बची’
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: वाराणसी जिला जज अदालत से ज्ञानवापी मस्जिद स्थित तहखाने जिसको व्यास जी का कमरा कह कर भी पुकारा जाता है में पूजा पाठ करने की अनुमति अदालत द्वारा मिलने पर मस्जिद कमेटी के जानिब से उदासी भरी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। मस्जिद की देख रेख करने वाली संस्था अंजुमन इन्तेजामियां मसाजिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेट्री एसएम यासीन द्वारा अदालत के फैसले पर खुद की नाराज़गी जताया है।
एसएम यासीन ने हमसे फोन पर बात करते हुवे अपनी नाराजगी जताया और कहा कि ‘इस फैसले से साबित हो गया है कि मुल्क में हमें इन्साफ कही से नही मिलेगा। हम कहा अपील करेगे और कहा फ़रियाद किस्से करेगे? अदालत ने अगर प्रशासन से आख्या भी मंगवा लिया होता तो कम से कम हकीकत सामने रहती।’ उन्होंने उपरी अदालत में अपील के सवाल पर कहा कि ‘हम कहा जायेगे और किस्से अपील करेगे, इन्साफ हमे मिलना नही है। हम तो सिर्फ सभी से यही कहते है कि अमन और सुकून कायम रखे और दुआ करे।’
बताते चले कि आज जिला जज अदालत में वादी सोमनाथ व्यास के नाती शैलेन्द्र व्यास के अप्लिकेशन पर आज सुनवाई हुई, जिसमे अदालत ने पुजारी से तहखाने के भीतर की मूर्तियों के नियमित भोग, पूजा पाठ आदि का आदेश दिया है। अदालत ने जिलाधिकारी को एक सप्ताह में रिसीवर नियुक्त करने का हुक्म दिया है।