राजौरी में सेना की कथित प्रताड़ना के कारण तीन नागरिकों की मौत के मामले में बोले भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पाण्डेय ‘सेना मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी’
आदिल अहमद
डेस्क: राजौरी में सेना की कथित प्रताड़ना के कारण तीन नागरिकों की मौत के मामले में भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। सेना दिवस के पहले नई दिल्ली में आयोजित एक सालाना प्रेस कॉन्फ्रेन्स में गुरुवार को उन्होंने कहा कि सेना मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन के प्रति सेना की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति है। सेना प्रमुख ने हालांकि पुंछ और राजौरी में बढ़ रही चरमपंथी घटनाओं का चिंता का विषय क़रार दिया है। उन्होंने बताया कि इस इलाक़े में सेना की तैनाती बढ़ा दी है और ख़ुफ़िया नेटवर्क को मजबूत बनाया जा रहा है।
जनरल मनोज पांडे ने भारत और म्यांमार बॉर्डर के पास के हालात को चिंताजनक बताया है। उन्होंने कहा कि म्यांमार की सेना और नस्लीय समूहों के बीच हो रही हिंसा के कारण वहां के 416 सैनिक भारतीय सीमा में दाख़िल हो चुके हैं। उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय सेना इस मामले पर नज़र बनाए हुए है।