क़तर में आठ पूर्व नौसैनिकों को दी गयी सज़ा पर विदेश मंत्रालय ने कहा…….
फारुख हुसैन
डेस्क: भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार को क़तर में बंद आठ पूर्व नौसैनिकों के मामले पर कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है, ‘क़ानूनी टीम के पास कोर्ट का आदेश है, जो गोपनीय है। क़तर की सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए 60 दिन मिले हैं। हम परिवार के सदस्यों और क़ानूनी टीम के संपर्क में हैं।’
क़तर की अदालत ने इन आठ भारतीय नागरिकों को मौत की सज़ा सुनाई थी जिसमें पिछले दिनों कारावास में बदल दिया गया है। भारत सरकार की ओर से इस मुद्दे पर विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। साथ उन्होंने कनाडा में भारतीयों के पास कथित तौर पर आ रहे जबरन वसूली की कॉल्स पर चिंता जताई है।
#WATCH | On Indian Nationals getting extortion calls in Canada, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, "Indians getting extortion calls in Canada is concerning…" pic.twitter.com/YGxO0NKnxb
— ANI (@ANI) January 4, 2024
वहीं, अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में विदेशी मेहमानों को बुलाए जाने पर इसे एक ट्रस्ट का आयोजन बताया है। उन्होंने कहा, ‘वे मेज़बान हैं, इसलिए मंदिर ट्रस्ट ही तय करेगा कि किसे बुलाना है और किसे नहीं।’ विदेश मंत्री डॉ0 एस जयशंकर के नेपाल दौरे के बारे में रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘विदेश मंत्री आज और कल नेपाल में हैं।
उन्होंने नेपाल के राष्ट्रपति और पीएम से मुलाक़ात की है। वे भारत-नेपाल संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करेंगे।’ वाइब्रेंट गुजरात में विदेशी नेताओं की भागीदारी के बारे में उन्होंने कहा कि इसका कार्य प्रगति पर है और उनके दौरे की घोषणा तारीख़ के क़रीब आने पर की जाएगी।