पाकिस्तान ने लगाया भारत पर अपने दो नागरिको की सुपारी देकर हत्या का आरोप, भारतीय विदेश मंत्रालय ने दिया मुहतोड़ जवाब
तारिक़ खान
डेस्क: पाकिस्तान ने भारत पर पाकिस्तानी क्षेत्र में दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या करवाने का आरोप लगाया है। इस्लामाबाद में पाकिस्तान के विदेश सचिव मोहम्मद साइरस सज्जाद क़ाज़ी ने गुरुवार को कहा कि सियालकोट और रावलकोट में दो पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने के ‘पुख़्ता सबूत’ हैं।
वही भारतीय विदेश मंत्रालय ने इन सभी आरोपों को झूठा और प्रोपेगेंडा बताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान के विदेश सचिव की ओर से दिए बयान पर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं। ये भारत विरोधी झूठा प्रोपेगेंडा चलाने का पाकिस्तान का नया प्रयास है।’
Our response to media queries regarding remarks made by Pakistan Foreign Ministry:https://t.co/25zIoMs1QI pic.twitter.com/1E2rt1tSTw
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) January 25, 2024
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “दुनिया जैसा कि जानती ही है कि पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद, संगठित अपराध और अवैध गतिविधियों का गढ़ रहा है। बयान में कहा गया, ‘भारत और कई अन्य देशों ने सार्वजनिक तौर पर पाकिस्तान को चेताया है कि इस आतंकवाद और हिंसा की अपनी प्रकृति का शिकार वह खुद होगा। पाकिस्तान वही काटेगा, जो उसने बोया है। अपने गलत कामों के लिए दूसरों पर आरोप मढना न तो जायज़ है और न ही ये समाधान है।’
क्या है पाकिस्तान का आरोप
पाकिस्तान ने इन मामलों को सुपारी देकर हत्या करवाने का मामला बताया है। पाकिस्तान के विदेश सचिव ने आरोप लगाया, ‘11 अक्टूबर 2023 को शाहिद लतीफ़ नाम के व्यक्ति की हत्या सियालकोट में एक मस्जिद के बाहर कर दी गई। योगेश कुमार नाम के एक भारतीय एजेंट ने इस हत्या का षडयंत्र रचा, वो किसी तीसरे देश में रह रहा है। उसने मोहम्मद उमेर नाम के एक व्यक्ति को हायर किया।’
बताते चले कि शाहिद लतीफ़ को भारत में पठानकोट हमसे का मास्टरमाइंड माना जाता है। साल 2016 में पठानकोट में हुए चरमपंथी हमले में सात भारतीय सैनिकों की मौत हो गई थी। हमले में शामिल सभी चरमपंथी भी मारे गए थे। पाकिस्तानी विदेश सचिव ने दावा किया कि मोहम्मद उमर ने पांच लोगों की टीम बनाई और पहली बार में वो फेल रहे लेकिन 11 अक्टूबर को उन्होंने लतीफ़ की हत्या कर दी। क़ाज़ी ने बताया कि 12 अक्टूबर को मोहम्मद उमेर को गिरफ्त़ार कर लिया गया, वो देश से फरार होने की कोशिश में था।
विदेश सचिव ने आरोप लगाया कि दूसरी हत्या मोहम्मद रियाज़ नाम के व्यक्ति की हुई। रियाज़ एओक कश्मीरी चरमपंथी थे जिनकी पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के रावलकोट में 8 सितंबर 2023 में एक मस्जिद में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रियाज़ को अबु कासिम कश्मीरी के नाम से भी जाना जाता था।
पाकिस्तान ने दावा किया है कि सुरक्षा अधिकारियों ने मोहम्मद अब्दुल्ला अली नाम के आरोपी को 15 सितंबर 2023 को गिरफ्तार कर लिया। विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि अली को भी जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से गिरफ़्तार किया गया और पूछताछ के दौरान पता चला कि भारतीय एजेंट अशोक कुमार आनंद और योगेश कुमार इसमें शामिल था। पाकिस्तान ने कहा है कि इस तरह के और भी मामले हैं, जिनकी जांच जारी है।