उद्धव ठाकरे ने सीएम-स्पीकर को दी बहस की चुनौती, कहा सीएम और स्पीकर ‘सार्वजनिक बहस में ले भाग
तारिक़ खान
डेस्क: शिवसेना के दोनों धड़ों के विधायकों की अयोग्यता पर बुधवार को आए महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के फ़ैसले को उद्धव ठाकरे ने मानने से इनकार कर दिया है। उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को चुनौती दी है कि वे दोनों उनके साथ ‘सार्वजनिक बहस’ में भाग लें और बताएं कि किसकी शिवसेना असली है।
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के फ़ैसले के बाद उद्धव ठाकरे मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उद्धव ठाकरे के बाद राहुल नार्वेकर ने भी प्रेस कॉन्फ्रेन्स को संबोधित किया और कहा कि उनके फ़ैसले के बाद कुछ लोग लगातार ग़लतफ़हमी फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ शिव सेना की लड़ाई नहीं है। ये लड़ाई इस बात की है कि देश में लोकतंत्र बचेगा या नहीं।
नार्वेकरांनी, मिंध्यांनी माझ्यासोबत जनतेमध्ये यावं. pic.twitter.com/Ol91Edm3Hy
— ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) January 16, 2024
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के फ़ैसले पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि पिछले हफ़्ते दिए गए फ़ैसले के ख़िलाफ़ हम सुप्रीम कोर्ट गए हैं। इसके साथ ही हम जनता की सर्वोच्च अदालत में भी आए हैं। शिंदे के साथ नार्वेकर जनता की अदालत में आएं, मैं भी वहां आकर बताऊंगा कि शिवसेना किसकी है, फिर लोगों को निर्णय लेना चाहिए।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिस महाराष्ट्र में राम शास्त्री (मराठा शासन के समय के प्रसिद्ध जज) का जन्म हुआ, जहां बाबा साहब आंबेडकर का जन्म हुआ, उसी मिट्टी में लोकतंत्र की हत्या हो रही है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठाकरे के अलावा विधानसभा अध्यक्ष के सामने बहस करने वाले उनके वकील देवदत्त कामत और असीम सरोदे भी मौजूद थे।
— Rahul Narwekar (@rahulnarwekar) January 16, 2024
विधानसभा अध्यक्ष नार्वेकर ने इस सम्बन्ध में कहा है कि ‘मैंने 10 जनवरी को अपने फ़ैसले का एलान किया। इसके बाद से पार्टी के कुछ लोग समाज में लगातार ग़लतफ़हमी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। 2018 का संविधान संशोधन चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में नहीं है। इसलिए मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकता, उन्होंने अपने फ़ैसले के पीछे की वजह साफ शब्दों में बताई।’ राहुल नार्वेकर ने कहा, ‘दरअसल नतीजों के बाद समझाने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन फिर भी मैं इस बारे में बात कर रहा हूं ताकि इस स्थिति को लेकर कोई ग़लतफ़हमी न रहे।’