चम्पाई सोरेन सरकार ने पास किया फ्लोर टेस्ट, पक्ष में 47 और विरोध में पड़े 29 मत, मतदान हेतु आये सोरेन बोले ‘मेरी गिरफ़्तारी लोकतंत्र का काला दिन’
अनिल कुमार
पटना: झारखंड विधानसभा में सोमवार को हुए चम्पाई सोरेन सरकार के फ़्लोर टेस्ट में सत्तारुढ़ गठबंधन ने जीत हासिल की है। फ़्लोर टेस्ट में सत्तारुढ़ गठबंधन के पक्ष में 47 वोट और विरोध में 29 वोट पड़े। इस फ़्लोर टेस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी गिरफ़्तार कर चुकी है।
झारखंड विधानसभा में इस समय विधायकों की संख्या 80 है और बहुमत के लिए 41 विधायकों के आंकड़े की ज़रूरत थी जिसे जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन ने हासिल कर लिया। महागठबंधन की सरकार में 29 विधायक जेएमएम, 17 विधायक कांग्रेस और एक-एक विधायक आरजेडी और सीपीआई(एमएल) के हैं।
यानी इस गठबंधन के पास कुल 48 विधायक हैं। विधायक रामदास सोरेन बीमार थे इस वजह से वो मतदान में शामिल नहीं हो पाए। फ़्लोर टेस्ट से पहले झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सदन को संबोधित किया।
बोले सोरेन ‘मेरी गिरफ़्तारी लोकतंत्र का काला दिन
झारखंड विधानसभा में फ़्लोर टेस्ट से पहले पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने भाषण के दौरान कहा कि 31 तारीख़ देश का काला अध्याय है। उन्होंने कहा कि मेरी गिरफ़्तारी देश के लोकतंत्र का काला दिन है। सुनियोजित तरीक़े से मेरी गिरफ़्तारी हुई। इनका (बीजेपी) बस चले तो हम (आदिवासी) अभी भी जंगल में जाकर 50 साल पुरानी ज़िंदगी जिएं। इनके बयानों से कुंठा का पता चलता है लेकिन हमने हार नहीं मानी है। इनको लगता है कि मुझे जेल की सलाख़ों में डालकर ये अपने मंसूबों में सफल हो जाएंगे लेकिन ये झारखंड है। जहां हर कोने में आदिवासी, दलित और पिछड़ों ने अपने हक़ अधिकार की लड़ाई लड़ी है।’
सोरेन ने कहा ‘आज तक इन लोगों ने गांधी टोपी नहीं पहनी। ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स जिन्हें देश की संवेदनशील व्यवस्थाएं कहा जाता है…..। वो देश का पैसा डकार कर विदेश भाग जाने वालों का बाल भी बांका नहीं कर पाईं। लेकिन ये बेगुनाहों को गिरफ़्तार करती हैं। आज मुझे साढ़े आठ एकड़ ज़मीन के घोटाले को लेकर गिरफ़्तार किया गया है। अगर सुबूत है तो लाकर दिखाएं कि साढ़ आठ एकड़ ज़मीन हेमंत सोरेन की है।’