कांग्रेस की घोषणा, सरकार बनने पर अग्निपथ योजना समाप्त कर सशस्त्र सेवाओं में भर्ती की पुरानी प्रणाली फिर से शुरू होगी
मो0 कुमेल
डेस्क: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर वो सत्ता में आई तो अग्निपथ योजना को खत्म करेगी। बताते चले कि सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना के विरोध में काफी प्रदर्शन पहले भी हुवे है और इस योजना को काफी अलोचनाओ का सामना करना पड़ा है।
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, पार्टी नेताओं सचिन पायलट और सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में यह भी कहा कि सरकार बनने पर सशस्त्र सेवाओं में भर्ती की पुरानी प्रणाली को फिर से शुरू किया जाएगा। इससे पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर कहा था कि यह योजना लाखों युवाओं के साथ ‘अन्याय’ कर रही है।
पत्र में कहा गया था कि युवाओं के व्यापक विरोध के बीच इस योजना के तहत नामांकन साल 2022 में शुरू हुआ था। योजना के अंतर्गत सैनिक केवल 4 साल के अनुबंध पर सेना में भर्ती हो सकते हैं। सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना लाकर युवाओं के सपनों को तोड़ने का काम किया है। एक तरफ केंद्र सरकार कहती है कि हम डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बने हैं, एक्सपोर्ट से पैसा कमा रहे हैं।
पत्र में लिखा था कि फिर भी यह योजना मूलतः पैसा बचाने के लिए शुरू की गई। ऐसे में सबसे जरूरी यह है कि हमारे शूरवीर जवानों के जीवन, पेंशन एवं उनके परिवारजनों के बेहतर भविष्य के लिए काम होना चाहिए। अग्निपथ योजना जवानों एवं सेना के साथ खिलवाड़ करने के लिए लाई गई, जिसका कांग्रेस पार्टी ने पुरजोर तरीके से विरोध किया है।