परमहंस आचार्य के खिलाफ ज्ञानवापी मस्जिद कमेटी ने दिया लिखित शिकायत, नमाज़-ए-जुमा में बोले शहर मुफ़्ती ‘हम आह भी भरते है तो..’, विवादित और भड़काऊ नारा लगाते भीड़ का वीडियो जारी कर मस्जिद कमेटी ने कहा ‘प्रशासन मूकदर्शक है क्या ?’
ईदुल अमीन
वाराणसी: वाराणसी शहर के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के बाहर खड़े होकर विगत दिनों मुस्लिम समाज के खिलाफ आपत्तिजनक और भड़काऊ बयान देने वाले कथित जगतगुरु परमहंस आचार्य सहित सीता साहू, मंजू व्यास तथा अन्य अज्ञात के खिलाफ आज ज्ञानवापी मस्जिद की देख रेख करने वाली संस्था अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने एसीपी दशाश्वमेघ को ऍफ़आईआर दर्ज करने हेतु लिखित शिकायती पत्र तमाम सबूत के साथ प्रदान किया।
ज्ञानवापी मस्जिद के शाही इमांम शहर मुफ़्ती मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी के नेतृत्व में आज अंजुमन इन्तेजामियां मसाजिद कमेटी के प्रतिनिधि मंडल ने एसीपी दशाश्वमेघ से थाना चौक परिसर में मुलाकात कर शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुवे कहा है कि उक्त आचार्य और उसको षड़यंत्र के तहत बयान दिलवाने वाली सीता साहू और मंजू व्यास सहित 15-20 अज्ञात के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग किया है। अनुमन के सदस्यों का कहना था कि आचार्य के उक्त बयान से पुरे मुस्लिम समाज में डर की भावना पैदा हो गई है। कानून और शहर में अमन-ओ-चैन की हिफाज़त के लिए ऐसे लोगो पर कड़ी कार्यवाही होनी नितांत आवश्यक है।
एसीपी से मुलाक़ात करने के उपरांत हमसे बात करते हुवे मौलाना बातिन नोमानी ने कहा कि इसके पहले एक कथित व्यापारी नेता अजीत सिंह बग्गा ने ऐसा ही भड़काऊ बयान दिया था। हमारी कमेटी ने उसके खिलाफ लिखित शिकायत कोतवाली थाने में दिया। मगर उस शिकायत पर पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण ऐसे लोगो का हौसला बढ़ गया है। आज मुस्लिम समुदाय डरा सहमा हुआ है। प्रशासन ऐसे लोगो पर कोई कार्यवाही नही कर रहा है।
नमाज़-ए-जुमा की तक़रीर में भी झलका शहर मुफ़्ती का दर्द
नमाज़-ए-जुमा के पहले शहर मुफ़्ती मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने अपनी तक़रीर में कहा कि हमारे ऊपर एक तरह से ज़ुल्म हो रहा है। हालात ऐसे है कि ‘हम, आह भी भरते है तो हो जाते है बदनाम, वो ज़ुल्म कर रहे है तो चर्चा भी नही है।’ कोई मुसलमान अगर हक़ की बात भी कहे तो उसके ऊपर कड़ी कानूनी कार्यवाही हो जाती है। दूसरी तरफ इस तरीके से लोग मुसलमानों को डरा धमका रहे है। खाल खीच कर भूसा भरने की बाते कह रहे है। उनके ऊपर कोई कार्यवाही नही होती है। उनको शासन और प्रशासन का संरक्षण मिला हुआ लगता है।
मस्जिद परिसर के बाहर लगा विवादित नारा, मस्जिद कमेटी ने वीडियो जारी कर कहा ‘प्रशासन मूक दर्शक’
वही आज सुबह मस्जिद परिसर के बाहर कतिपय लोगो द्वारा विवादित और भड़काऊ नारे लगाये जाने की भी बाते सामने आई है। इस क्रम में आज मस्जिद कमेटी ने सम्बन्धित वीडियो जारी करते हुवे कहा है कि भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस प्रकार से भड़काऊ और विवादित नारा लगाने वालो को रोकना तो छोड़े प्रशासन और सुरक्षा तंत्र के द्वारा उन्हें टोका भी नही गया। ऐसे में किसी से क्या उम्मीद किया जा सकता है। वीडियो इस बात का गवाह है कि किस तरीके से भड़काऊ नारा लगाया गया है। मगर सुरक्षा कर्मी मूकदर्शक बने हुवे है। यह सब क्या प्रशासन के मौन सहमती से हो रहा है?