कासगंज: पुलिस पर दलित परिवार का गम्भीर आरोप, कहा ‘बेटे को रात भर पीटा और प्रताड़ित किया, बेटा अब आईसीयु में है’, पुलिस ने कहा ‘गौरव ने किया आत्महत्या का प्रयास’
मो0 शरीफ
डेस्क: उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक युवक के साथ पुलिस कस्टडी में प्रताड़ना का मामला सामने आया है। कासगंज के रसलुआ सुलेहपुर गांव के रहने वाले 20 साल के दलित युवक गौरव को कथित तौर पर 6 दिन पुलिस कस्टडी में रखा गया। छठवें दिन उसकी हालत बिगड़ गई और उसे आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद वहां से भी उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया गया।
पीड़ित गौरव के पिता का आरोप है कि पुलिस ने पुलिस कस्टडी में उनके बेटे को बुरी तरह से पीटा और जब उसकी हालत खराब होने लगी तो पुलिस ने खुदकुशी दिखाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि ‘बेटे की रात भर पिटाई की गई और जब पुलिस वालों को लगा वह खत्म हो गया है तो उसे बाथरूम में टांग दिया।’
पूरा मामला कुछ इस तरह से है कि एक नाबालिग लड़की के गायब होने के मामले में कासगंज जिले के अमापुर पुलिस थाने में 2 फरवरी 2024 को अज्ञात शख्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। अगले दिन पुलिस ने इस मामले में 20 साल के गौरव को पूछताछ के लिए थाने ले कर आई। गौरव के पिता रघुराज सिंह कहते हैं कि 3 फरवरी को जब वह अपने बेटे से मिलने थाने पहुंचे तो पुलिस वालों ने बताया कि पूछताछ के लिए उनके बेटे को लाए हैं और कुछ देर में छोड़ देंगे। हालांकि परिजनों का आरोप है कि ऐसा नहीं हुआ और गौरव को 6 दिन तक पुलिस थाने की कस्टडी में रखा गया। 9 फरवरी 2024 को जब परिजन गौरव से मिलने थाने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि गौरव ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है और उसे अस्पताल ले जाया गया है।
परिजनों के आरोप पर कासगंज की पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि ‘थाने का एक होमगार्ड गौरव को शौचालय लेकर गया था। कुछ देर बाद जब गौरव शौचालय से नहीं निकला तो होमगार्ड ने आवाज लगाई।अंदर से कोई जवाब न मिलने के बाद होमगार्ड ने रोशनदान के सहारे अंदर झांका तो देखा मफलर के सहारे गौरव ने फांसी लगा ली है। उसने तुरंत मफलर काटने की कोशिश की और शोर मचाया। थाने के लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने गेट तोड़ने की कोशिश की। उसी समय एक-दो लोगों ने गेट तोड़ने का वीडियो भी बना लिया था।’
गौरव के कथित आत्महत्या की कोशिश के बाद पुलिस ने उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वहां हालत बिगड़ने के बाद अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। परिजन बताते हैं की गौरव पिछले तीन दिनों से आईसीयू में वेंटिलेटर पर है और उसकी स्थिति गंभीर है। इस मामले में गौरव के परिजनों की लिखित तहरीर पर दो नामजद और अज्ञात अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 और 343 के अंतर्गत अमरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं की गई है।