मणिपुर: एडिशनल एसपी का अपहरण, 2 घंटे चले आपरेशन के बाद एडिशनल एसपी सकुशल बचाए गए, घटना के विरोध में पुलिस कमांडो का ‘हथियार नीचे रख’ विरोध प्रदर्शन
मो0 कुमेल
डेस्क: मंगलवार को पुलिस के ऑपरेशन विंग में तैनात एडिशनल एसपी मोइरंगथम अमित सिंह का कुछ हथियारबंद लोगों ने अपहरण कर लिया था। हालांकि, दो घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद पुलिस अधिकारी को बचा लिया गया। एडिशनल एसपी ने इससे पहले हिंसा प्रभावित मणिपुर में स्थानीय संगठन से जुड़े कुछ लोगों को हिरासत में लेने का प्रयास किया था। इसके बाद करीब 200 हथियारबंद लोगों के समूह ने उनके घर पर पहुंचकर तोड़फोड़ की और उनका अपहरण कर लिया।
अपहरण के मामले में कुछ ख़बरों में कट्टरपंथी मैतेई संगठन अरामबाई तेंगगोल के शामिल होने की बात कही गई है। अरामबाई तेंगगोल वह संगठन है जिस पर कुकी जनजाति के लोग लगातार हमले करने का आरोप लगाते रहे हैं। पिछले साल 3 मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से मणिपुर में अशांति फैली हुई है। इस जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
इस घटना के एक दिन बाद बुधवार को मणिपुर पुलिस कमांडो के एक वर्ग ने इंफाल में ‘हथियार नीचे रख’ प्रतीकात्मक विरोध किया। राजधानी इंफाल में आज दोपहर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कथित तौर पर दर्जनों कमांडो अपनी यूनिट के परिसर में हथियार नीचे रखते हुए दिखाई दिए। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘ये लोग सशस्त्र उपद्रवियों से निपटने के लिए उन्हें खुली छूट नहीं देने से राज्य सरकार से नाखुश हैं।’
हालांकि, इस मामले में मणिपुर पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने किसी तरह का बयान नहीं दिया है। जबकि मणिपुर पुलिस ने अपने एक बयान में 27 फरवरी को एडिशनल एसपी के आवास पर गोलीबारी की घटना की पुष्टि की है। बयान के अनुसार, ‘लगभग 200 की संख्या में वाहनों में आए सशस्त्र बदमाशों ने इंफाल पूर्वी जिले के पोरोम्पैट थाना अंतर्गत वांगखेई टोकपम लीकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोइरंगथम अमित सिंह के आवास पर धावा बोल दिया। हथियारबंद बदमाशों ने पुलिस अधिकारी के आवास पर घरेलू संपत्ति की तोड़फोड़ की। सूचना मिलने पर अतिरिक्त सुरक्षा बल ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की।’
मणिपुर में मंगलवार को ताजा तनाव बढ़ने पर सेना को बुलाया गया है। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इंफाल पूर्व में सेना के जवान असम राइफल्स और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर अभियान चला रहे हैं। इस दौरान काफ़ी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।