महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के इस्तीफ़े और बीजेपी में जाने की अटकलों पर पढ़ें क्या बोली कांग्रेस
तारिक़ खान
डेस्क: महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी है। जयराम रमेश ने बिना नाम लिए ही कहा कि पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को उनकी काबिलियत से भी बढ़कर काफ़ी कुछ दिया गया है, इसलिए उदासी होती है और मायूसी भी लेकिन उनके जाने से पार्टी पर कोई असर नहीं होगा।
#WATCH | Surajpur, Chhattisgarh: On Ashok Chavan quitting Congress, Congress leader Jairam Ramesh says, "…This is clear that the special washing machine functioning in our country is very powerful…The exit of some people doesn't mean Congress would break…There is some… pic.twitter.com/Cqgd0c4toQ
— ANI (@ANI) February 12, 2024
जयराम रमेश ने बीजेपी पर तंज़ करते हुए कहा, “ये साफ़ हो गया एक विशेष वॉशिंग मशीन चलती है हमारे देश में, वह बहुत प्रभावशाली है। विचारधारा, निष्ठा, ईमानदारी से भी ऊपर इस वॉशिंग मशीन का प्रभाव होता है। कुछ लोगों को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि उनके जाने से कांग्रेस नहीं टूट जाती।”
“उनको कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है। उनकी योग्यता से भी ऊपर दिया है। उनके जाने से दरवाज़े खुल जाते हैं और लाखों युवा जिनको इन वरिष्ठ नेताओं, जाने-माने नेताओं के कारण मौका नहीं मिल पाता, उनको नए मौके मिल जाते हैं। उदासी है, पर मैं नहीं समझता कि इससे हमारी पार्टी पर असर पड़ने वाला है।”
वहीं, अशोक चव्हान के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस की सहयोगी पार्टी शिवसेना (यूबीटी) ने भी आदर्श हाउसिंग स्कैम का ज़िक्र छेड़ते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। बताते चले कि चव्हाण के इस्तीफ़े के बाद से ही ये अटकलें हैं कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, चव्हाण ने कहा कि उन्होंने अभी तक इस बारे में कोई फ़ैसला नहीं लिया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार छत्रपति संभाजीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डिप्टी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नांदेड़ (चव्हान का गृह ज़िला) गए और वहां अशोक चव्हाण के भ्रष्टाचार के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि चव्हाण ने शहीद सैनिकों के परिवारों का अपमान किया। लेकिन अगर प्रधानमंत्री उन्हें (चव्हाण) राज्यसभा भेजते हैं, तो ये हमारे सैनिकों का अपमान करने जैसा होगा।”