बरेली: गिरफ्तारी देने पर अड़े मौलाना तौकीर रजा, पुलिस ने सील किया इस्लामिया मैदान, फैला कुछ देर के लिए तनाव, शहर में शांति बरक़रार, पीएसी-आरएएफ तैनात, देखे तस्वीरे और वीडियो
एच0 भाटिया
बरेली: देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत का माहौल बनाने का आरोप लगाते हुए आईएमसी (इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल प्रमुख) मौलाना तौकीर रजा शुक्रवार को बरेली के इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में पहुंचकर गिरफ्तारी देने पर अड़े रहे। संगठन के मीडिया प्रभारी की ओर से लोगों से यहां पहुंचने का आह्वान किया गया था। दूसरी ओर, पुलिस-प्रशासन ने प्रस्तावित कार्यक्रम को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए था। इस्लामिया मैदान को सील कर दिया गया था। पीएसी व आरएएफ की भी तैनाती की गई।
मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी के माध्यम से बयान जारी कर आईएमसी प्रमुख ने कहा था कि मस्जिद, मदारिस और ईमान की हिफाजत के लिए शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद गिरफ्तारी दी जाएगी। वह राजकीय इंटर कॉलेज के सामने स्थित आला हजरत मस्जिद में अपराह्न दो बजे नमाज अदा करेंगे। ढाई से साढ़े तीन बजे तक घोषित कार्यक्रम के अनुसार इस्लामिया ग्राउंड पहुंचकर गिरफ्तारी देंगे। इसके बाद मौलाना तौकीर रज़ा इस्लामिया ग्राउंड अपने समर्थको के साथ पहुचे, जहाँ उनकी तीखी नोकझोक प्रशासन से हुई। इस दरमियान शहर में माहोल तानाव्पुर्वा होने की भी जानकारी निकल कर सामने आई है।
इस बीच मौलाना तौकीर रज़ा को पुलिस ने सांकेतिक रूप से हिरासत में लेकर उनको उनके आवास पर छोड़ दिया। इस दरमियान मिली जानकारी के अनुसार बरेली के काज़ीवाडी और सैदाना में दो पक्षों के बीच पथराव की जानकारी मिली। मौके पर घायलों की जानकारी अभी सामने नही आई है। फिलहाल मौके पर तनावपूर्ण शांति है। क्षेत्र में पुलिस बल मुस्तैद है। प्रभावित इलाको में उच्चाधिकारियों का चक्रमण जारी है। शहर में तनावपूर्ण शांति की बात सामने आ रही है।
आज के इस कार्यक्रम से पहले मौलाना तौकीर राजा ने अपील की थी कि कोई भी ऐसा काम नहीं करना है, जिससे गलत संदेश जाए। संवैधानिक दायरे में रहकर ही विरोध-प्रदर्शन करें। विरोध दर्ज कराने के अलग-अलग तरीके हैं। कुछ लोगों ने अपने कारोबार बंद रखकर विरोध-प्रदर्शन करने की बात कही है। हम उनके इस तरीके की भी हिमायत करते हैं। पुलिस-प्रशासन से हमारी कोई लड़ाई नहीं है। उन्हें आश्वस्त करते हैं कि हम शांतिपूर्वक गिरफ्तारी देंगे।
आईएमसी के प्रस्तावित जेल भरो आन्दोलन को रोकने के लिए शुक्रवार को इस्लामिया मैदान की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी। 1400 पुलिसकर्मी को मैदान की घेराबंदी में तैनात किया गए थे। छह एएसपी और 12 सीओ भी लगाए गए थे। 50 इंस्पेक्टर और 150 दरोगा भी मुस्तैद रहे। आपात स्थिति से निपटने के लिए चार कंपनी पीएसी और एक कंपनी आरएएफ की भी तैनाती की गई थी। वही तौकीर रजा के घर के बाहर पुलिस फोर्स तैनात थी। वहीं दरगाह के आसपास का बाजार पूरी तरह से बंद है।
सुरक्षा व्यवस्था प्रभारी एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि उच्चाधिकारियों से फोर्स के लिए अनुरोध किया गया था। इसके तहत दूसरे जिलों से 700 पुलिसकर्मी मिले हैं। जिले की फोर्स को भी प्वाइंट बनाकर अलग अलग जगह तैनात किया गया है। दंगा नियंत्रण का सामान व आंसू गैस संबंधी संसाधन पर्याप्त संख्या मात्रा में हैं। इस्लामिया इंटर कॉलेज परिसर में किसी कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई है। इस लिहाज से उसे सील कर दिया गया है। रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
एसपी सिटी ने बताया कि दूसरे जिलों से लगी सीमा पर बैरियर लगाकर देखा जाएगा कि अवैध आयोजन में शामिल होने भीड़ तो नहीं आ रही है। ऐसे लोगों को वापस भेजा जाएगा। वह अड़े तो कार्रवाई की जाएगी। जिले के कस्बों व बड़े गांवों में वहां की पुलिस को निगरानी करने का निर्देश दिया गया है। वहां से कोई आया तो कार्रवाई होगी। आपको बता दे कि पुलिस-प्रशासन ने बुधवार को मौलाना तौकीर रजा समेत 30 लोगों को नोटिस जारी कर कार्रवाई की चेतावनी दी थी। पुलिस अब इसी को कार्रवाई का आधार मान रही है।
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