ज्यादा रेत निकालने के लिए मजदूरों की जगह पोकलेन मशीन से खदान में हो रहा खनन
सरताज खान
लोनी। लोनी के पचायरा गांव के सामने यमुना नदी के बीच बांध लगाकर यमुना की धार को मोड़कर यमुना के बीच से बड़ी पोकलेन मशीनों द्वारा अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अगर यमुना के बीच से बालू खनन नहीं रोका गया तो जलचर प्राणियों का अस्तित्व नष्ट हो जाएगा और बाढ़ के समय अलीपुर बांध को भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा। रेत खनन के लिए पोकलेन मशीनों पर प्रतिबंध के बावजूद खदान में खुलेआम खनन किया जा रहा है। वह भी बिना किसी व्यवधान के, यमुना की रेत खदान में यह सब तब हो रहा है, जब मशीनों से रेत निकाली जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
बता दें कि यमुना का सीना चीर लोनी में बालू खनन माफिया सक्रिय हो गए है। लोनी के पचायरा गांव के सामने यमुना नदी के बीच बांध लगाकर यमुना की धार को मोड़कर यमुना के बीच से बड़ी पोकलेन मशीनों द्वारा अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। बालू खनन से जहां प्रदेश सरकार को रोजाना लाखों रूपए राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। वही पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अगर यमुना के बीच से बालू खनन नहीं रोका गया तो जलचर प्राणियों का अस्तित्व नष्ट हो जाएगा और बाढ़ के समय अलीपुर बंद को फिर से खतरा उत्पन्न हो जाएगा।
हालांकि पहले कई बार क्षेत्र वासी मामले की शिकायत अधिकारियों से कर चुके है। लेकिन उसके बावजूद भी आज तक कार्रवाई नही की गई है। आपको बता दें कि खनन में चलाए जा रहे हाइवा डंपरों को नो एंट्री में भी खुलेआम धड़ल्ले से मुख्य मार्गों पर फर्राटे मारते हुए देखा जा सकता है और ट्रैफ़िक पुलिसकर्मी हाइवा से आंख बंद कर छोटे वाहनों के पीछे पड़े रहते है कि मानो लोनी के मार्गो को छोटे वाहनों ने ही तोड़ रखा हो।