केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा ‘चुनाव के पूर्व लागू हो जायेगा सीएए’
ईदुल अमीन
डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर अहम बयान दिया है। ईटी नॉउ के ग्लोबल बिजनेस समिट में पत्रकार नविका कुमार से बात करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘सीएए देश का कानून है। इसका नोटिफिकेशन निश्चित रूप से हो जाएगा। चुनाव से पहले ही सीएए को अमल में आना है। इसमें किसी को कंफ्यूजन नहीं रखना है।’
सीएए के तहत बांग्लादेश, अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के छह अल्पसंख्यक समुदायों (हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई और सिख) से ताल्लुक़ रखने वाले लोगों को, कुछ शर्तों के साथ भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है। आलोचकों का कहना है कि इसमें मुसलमानों के साथ भेदभाव किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘ये भी कांग्रेस पार्टी के नेताओं का वादा है। जब देश का विभाजन किया और वहां (पाकिस्तान) हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई अल्पसंख्यक थे, उन पर प्रताड़ना होती थी। सारे लोग यहां भागकर आना चाहते थे। उस वक्त कांग्रेस पार्टी का वादा था कि आप धीरे-धीरे आइये। आप जब भी भारत में आओगे, आपका स्वागत करेंगे और आपको नागरिकता दी जाएगी, लेकिन फिर (कांग्रेस वाले) मुकर गए।’
अमित शाह ने कहा, ‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि सीएए किसी की भी नागरिकता लेने या छीनने का कानून नहीं है। इस देश के अल्पसंख्यकों को, खासकर मुस्लिम भाइयों को भड़काया जा रहा है। देश में किसी की भी नागरिकता सीएए छीन ही नहीं सकता है, क्योंकि कानून में प्रावधान ही नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘धार्मिक प्रताड़ना के कारण पाकिस्तान और बांग्लादेश से जो शरणार्थी आए हैं, सीएए उनको नागरिकता देने का कानून है। मैं मानता हूं कि इसमें किसी का विरोध नहीं होना चाहिए।’