चुनावी बांड पर आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुवे बोले राहुल गांधी ‘भाजपा ने चुनावी बांड को रिश्वत और कमीशन लेने का माध्यम बना लिया था’
आफताब फारुकी
डेस्क: चुनावी बॉन्ड को सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को असंवैधानिक क़रार दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड को सूचना के अधिकार का उल्लंघन भी बताया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी बॉन्ड को असंवैधानिक क़रार दिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुवे फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि भाजपा ने चुनावी बांड को रिश्वत और कमीशन लेने का माध्यम बना रखा था।
सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले पर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘नरेंद्र मोदी की भ्रष्ट नीतियों का एक और सबूत आपके सामने है। बीजेपी ने चुनावी बॉन्ड को रिश्वत और कमीशन लेने का माध्यम बना दिया था। आज इस बात पर मुहर लग गई है।’ इलेक्टोरल बॉन्ड राजनीतिक दलों को चंदा देने का एक वित्तीय ज़रिया है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का स्वागत किया था।
नरेंद्र मोदी की भ्रष्ट नीतियों का एक और सबूत आपके सामने है।
भाजपा ने इलेक्टोरल बॉण्ड को रिश्वत और कमीशन लेने का माध्यम बना दिया था।
आज इस बात पर मुहर लग गई है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 15, 2024
यह एक वचन पत्र की तरह है जिसे भारत का कोई भी नागरिक या कंपनी भारतीय स्टेट बैंक की चुनिंदा शाखाओं से ख़रीद सकता है और अपनी पसंद के किसी भी राजनीतिक दल को गुमनाम तरीक़े से दान कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने फ़ैसले के बाद मीडिया से कहा,’सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड मामले में एक महत्वपूर्ण फ़ैसला सुनाया जिसका हमारे लोकतंत्र पर लंबा असर होगा। कोर्ट ने बॉन्ड स्कीम को ख़ारिज कर दिया है।’