बीजेपी सांसद आनंत कुमार हेगड़े ने कहा ‘संविधान को फिर से लिखने की ज़रूरत है, ऐसा करने के लिए पार्टी को 400 सीटें लानी होंगी’ बोले राहुल ‘मोदी और संघ परिवार के छिपे मंसुबो का सार्वजनिक एलान है ये बयान’
तारिक़ खान
डेस्क: बीजेपी के कर्नाटक से सांसद आनंत कुमार हेगड़े ने बयान दिया कि भारत के संविधान को फिर से लिखने की ज़रूरत है और ऐसा करने के लिए पार्टी को अकेले 400 सीटें लानी होंगी। सांसद आनत कुमार हेगड़े के इस बयान के बाद सियासी सरगर्मियां तेज़ हो गई है। आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अकेले दम पर 370 सीटें और एनडीए को 400 पार सीटें हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
Anant Kumar Hegde's call to rewrite the constitution is an affront to our democratic principles. We stand firm in defending our constitution and will vigorously oppose any attempts to undermine it. Our commitment to democracy is unwavering, and we will fight back against any… pic.twitter.com/JUNY7AUh1y
— CPI (M) (@cpimspeak) March 10, 2024
कर्नाटक के भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने रविवार को एक जनसभा में कहा कि भारत के संविधान को फिर से लिखने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा ‘इसके लिए बीजेपी को अकेले 400 सीटें लाने की ज़रूरत है। संविधान में हिंदुओं के दमन के लिए क़ानून बने हैं। इसे बदलने के लिए राज्य सभा और लोकसभा में दो तिहाई बहुमत की ज़रूरत है।’
उनके इस बयान पर विवाद छिड़ गया है और कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ‘बीजेपी और आरएसएस के गुप्त मंसूबे साफ़ हो गए हैं। वे गुप्त रूप से तानाशाही लागू करना चाहते हैं।’ सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर राहुल गांधी ने लिखा, ‘भाजपा सांसद का बयान कि उन्हें 400 सीट संविधान बदलने के लिए चाहिए, नरेंद्र मोदी और उनके ‘संघ परिवार’ के छिपे हुए मंसूबों का सार्वजनिक एलान है। राहुल ने लिखा है कि ‘नरेंद्र मोदी और भाजपा का अंतिम लक्ष्य बाबा साहेब के संविधान को ख़त्म करना है। उन्हें न्याय, बराबरी, नागरिक अधिकार और लोकतंत्र से नफ़रत है।
भाजपा सांसद का बयान कि उन्हें 400 सीट संविधान बदलने के लिए चाहिए, नरेंद्र मोदी और उनके ‘संघ परिवार’ के छिपे हुए मंसूबों का सार्वजनिक ऐलान है।
नरेंद्र मोदी और भाजपा का अंतिम लक्ष्य बाबा साहेब के संविधान को ख़त्म करना है। उन्हें न्याय, बराबरी, नागरिक अधिकार और लोकतंत्र से नफ़रत…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 10, 2024
राहुल गांधी ने आगे लिखा कि ‘समाज को बांटना, मीडिया को गुलाम बनाना, अभिव्यक्ति की आज़ादी पर पहरा और स्वतंत्र संस्थाओं को पंगु बनाकर विपक्ष को मिटाने की साजिश से वो भारत के महान लोकतंत्र को संकीर्ण तानाशाही में बदलना चाहते हैं। हम आज़ादी के नायकों के सपनों के साथ ये साज़िश सफल नहीं होने देंगे और अंतिम सांस तक संविधान से मिले लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।’