मुख्तार अंसारी के जनाज़े में डीएम आर्यका आखोरी के व्यवहार को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने बताया पद और अधिकार का दुरुप्रयोग, किया डीएम गाजीपुर के खिलाफ डीओपीटी को शिकायत
सबिया अंसारी
डेस्क: जिलाधिकारी गाजीपुर आर्यका आखोरी ने कल कब्रस्तान के गेट पर केवल परिजनों को मुख़्तार की मिटटी देने की बात कही थी और धरा 144 लागू होने तथा आचार संहिता की बात सांसद अफजाल अंसारी से कहा था। जिसको लेकर अफजाल अंसारी और जिलाधिकारी के बीच गर्मागर्म बहस भी हुई थी और जिलाधिकारी ने मुक़दमे दर्ज करने की बात कहा था।
इस घटना की चर्चा दो प्रकार से हो रही है। एक तरफ कुछ मीडिया जिलाधिकारी का जयकारा कहने में लगे है, वही कुछ ऐसी घटनाओं की निंदा कर रहे थे। इन सबके बीच पूर्व आईपीएस और आज़ाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इसको सेवा नियमावली का उलंघन बताते हुवे जिलाधिकारी के खिलाफ डीओपीटी, भारत सरकार तथा मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश को शिकायत भेजी है।
कल मौजूदा @DmGhazipur द्वारा #MukhtarAnsariLastRites #MukhtarAnsariFuneral में अखिल भारतीय सेवाएं आचरण नियमावली 1968 के घोर उल्लंघन के संबंध में @DoPTGoI @PMOIndia व @ChiefSecyUP @UPGovt को की गई शिकायत#MukhtarAnsari#MukhtarAnsariDead#mukhtar_ansari #मुख्तारअंसारी pic.twitter.com/oiHYSvl8UF
— Amitabh Thakur (Azad Adhikar Sena) (@Amitabhthakur) March 31, 2024
आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने मुख्तार अंसारी के जनाजे के समय डीएम गाजीपुर आर्यका अखौरी के कार्य और व्यवहार को अखिल भारतीय सेवाएं आचरण नियमावली के नियम 3 के विभिन्न उपनियमों का उल्लंघन बताते हुए इसके संबंध में डीओपीटी, भारत सरकार तथा मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश को शिकायत भेजी है।
अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि मृत व्यक्ति की याद में नारे लगाना और अंतिम संस्कार से जुड़ा कोई कार्य करना हमारे देश के संविधान में कहीं से भी निषिद्ध नहीं है और इसके लिए अलग से किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद भी आर्यका अखौरी ने गलत ढंग से अपने पद और अधिकार का धौंस जमा कर लोगों को इन कार्यों से रोका तथा मृत व्यक्ति के भाई के साथ अनुचित ढंग से बातचीत कर माहौल को खराब करने का कार्य किया।
अमिताभ ठाकुर ने अपनी शिकायत में कहा है कि यह निश्चित रूप से डीएम के पद की गरिमा के खिलाफ था। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि प्रथमदृष्टया आर्यका अखौरी का यह कार्य सेवा में अनुचित लाभ के लिए किया गया दिखता है। अतः उन्होंने इस संबंध में समुचित विधिक कार्रवाई की मांग की है।