रामलीला मैदान में आयोजित किसान महापंचायत में एसकेएम नेता डॉ0 दर्शनपाल ने कहा ‘आगामी लोकसभा चुनाव में किसान बीजेपी नेताओं को गांवों में नहीं घुसने देंगे’
फारुख हुसैन
डेस्क: दिल्ली के रामलीला मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियनों ने मिलकर गुरुवार को किसान मज़दूर महापंचायत का आयोजन किया। एसकेएम के नेता डॉ। दर्शनपाल ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में किसान बीजेपी नेताओं को गांवों में नहीं घुसने देंगे।
इसके साथ ही किसान नेताओं ने एमएसपी की गारंटी क़ानून लाने की मांग की और हरियाणा पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसानों पर पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। 13 फ़रवरी को एसकेएम से अलग पंजाब की कुछ किसान यूनियनों ने दिल्ली चलो का आह्वान किया था लेकिन सुरक्षाबलों ने हरियाणा पंजाब के शंभू बॉर्डर पर उन्हें रोक दिया। इन यूनियनों ने संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) बनाया है। तब से वो पंजाब की तरफ ही बैठे हुए हैं।
इस दौरान पुलिस और किसान प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत के कारण कई लोग घायल हुए हैं। इस दौरान एक युवा किसान शुभकरण की मौत हो गई। इसे लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे देश में प्रदर्शनों का आह्वान किया और 14 मार्च को दिल्ली में महा पंचायत का एलान किया था। देशभर से हज़ारों किसान एक दिन पहले ही दिल्ली पहुंचना शुरू हो गए थे। इस महापंचायत को दिल्ली पुलिस ने इजाजत दे थी और यूनियनों ने कहा था कि अधिकतम 5,000 लोगों की ही सभा करें। वाहन, हथियार के साथ सभा में आने की इजाजत नहीं थी। गुरुवार को पूरे देश भर से किसान और मज़दूर यूनियनों के प्रतिनिधि रामलीला मैदान पहुंचे।
VIDEO | Kisan Mahapanchayat: "A meeting was held here and the government got a message that the farmers of the country are united. The government should resolve the issue through talks, this agitation is not going to end," says Bhartiya Kisan Union leader Rakesh Tikait… pic.twitter.com/fStOxUBk0m
— Press Trust of India (@PTI_News) March 14, 2024
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘इस महापंचायत से सरकार को संदेश मिल गया है कि किसान इकट्ठा हैं और भारत सरकार बातचीत का समाधान करे। यह आंदोलन ख़त्म नहीं होगा। जिस तरह उन्होंने बिहार को बर्बाद किया, वहां मंडियां खत्म कर दीं, पूरे देश को बर्बाद करना चाहते हैं।’